साल 2020 में कोरोना वायरस के संक्रमण ने देश ही नहीं दुनिया में खूब कहर बरपाया है, लेकिन साल 2021 भारत के लिए खुशियां लेकर आया है। कोरोना की तोड़ के लिए पहले तो विदेशी कोरोना वैक्सीन को मंजूरी दी और शनिवार को स्वदेशी वैक्सीन को मंजूरी मिल गई है। एक्सपर्ट पैनल ने पहली देसी वैक्सीन को आपातकालीन परिस्थितियों में इस्तेमाल की मंजूरी देने की सिफारिश कर दी है।
सूत्रों के मुताबिक केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने अपनी सिफारिश में कहा है कि भारत बायोटेक की कोवैक्सीन के उपयोग को मंजूरी दी जा सकती है। ऐसे में यह लगभग तय हो गया है कि मकर संक्रांति के दिन यानी 14 जनवरी से देश में कोरोना के खिलाफ टीकाकरण अभियान शुरू हो जाएगा।
– दो दिन में मिली दो खुशखबरी
इससे पहले, नए साल के पहले दिन 1 जनवरी, 2021 को ऑक्सफर्ड यूनिवर्सिटी और एस्ट्रेजेनेका की तरफ से विकसित कोवीशील्ड को भारत में इमर्जेंसी यूज की अनुमति दी जा चुकी है। ध्यान रहे कि कोवीशील्ड का उत्पादन भी भारत की दवा निर्माता कंपनी सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया ही कर रही है।
महाराष्ट्र के पुणे स्थित सीरम इंस्टिट्यूट उत्पादन की दृष्टि से दुनिया की सबसे बड़ी वैक्सीन निर्माता कंपनी है। इस तरह, कोवीशील्ड को देश में निर्मित वैक्सीन है जबकि कोवैक्सीन देश में विकसित और निर्मित, दोनों है। इसे भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) की मदद से भारत बायोटेक ने विकसित किया है।
वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन की विषयगत विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टिट्यू ऑफ इंडिया (SII) और भारत बायोटेक इंटरनैशनल लिमिटेड की ओर से वैक्सीन को जल्द से जल्द मंजूरी दिए जाने के आवेदन के संबंध में सिफारिश भेजी है। मंत्रालय ने यह भी कहा कि कैडिला हेल्थकेयर लि. के वैक्सीन कैंडिडेट को तीसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल को मंजूरी दिए जाने की भी सिफारिश सीडीएससीओ ने की है।