नई दिल्ली। आतंकवाद-निरोध पर भारत-ब्रिटेन संयुक्त कार्य समूह की 16वीं बैठक मंगलवार को नई दिल्ली में आयोजित हुई। इस दौरान दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच चल रहे आतंकवाद रोधी सहयोग पर चर्चा की। विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।
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भारत की ओर से विदेश मंत्रालय में आतंकवाद निरोधक मामलों के संयुक्त सचिव के. डी. देवल और ब्रिटेन की तरफ से ब्रिटिश सरकार के एशिया एवं ओशिनिया के आतंकवाद निरोधक नेटवर्क के प्रमुख क्रिस फेल्टन ने प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
विदेश मंत्रालय ने कहा दोनों देशों ने व्यापक और निरंतर तरीके से आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया। दोनों पक्षों ने आतंकवादी और चरमपंथी खतरों के बारे में अपना आकलन साझा किया, जिसमें विश्व स्तर पर स्वीकृत आतंकवादी संस्थाओं और व्यक्तियों द्वारा उत्पन्न खतरे भी शामिल हैं।
बैठक के दौरान भारत और ब्रिटेन ने आतंकवादियों की सीमा पार आवाजाही सहित सभी प्रकार की आतंकी गतिविधियों की कड़ी निंदा की और संयुक्त राष्ट्र चार्टर तथा अंतरराष्ट्रीय कानून के अनुसार व्यापक एवं निरंतर तरीके से आतंकवाद से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया।
इसके अलावा दोनों पक्षों ने आतंकवाद से लड़ने के लिए व्यक्तिगत आतंकवादियों और संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही बहुपक्षीय मंचों पर एक साथ काम करने के तरीकों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया।
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दोनों देशों ने आतंकवाद विरोधी चुनौतियों पर विभिन्न दृष्टिकोण का आदान-प्रदान किया और कट्टरपंथ एवं हिंसक उग्रवाद का मुकाबला करने, आतंकवाद के वित्तपोषण का मुकाबला करने तथा आतंकवाद के लिए नई एवं उभरती प्रौद्योगिकियों को रोकने पर गहन मंथन किया।
इस दौरान दोनों पक्षों के बीच कानून प्रवर्तन एवं न्यायिक सहयोग, जानकारी आपस में साझा करने, विमानन और समुद्री सुरक्षा पर सहयोग बढ़ाने सहित साझा चुनौतियों से निपटने के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत एवं गहरा करने पर सहमति बनी।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी