वर्ष 2016 में बीसीसीआई (BCCI) ने एसजी गेंदों (SG Balls) के साथ इस्तेमाल किया था व यहां तक कि दलीप ट्रॉफी के लिए ड्यूक गेंदें तक प्रयोग की थीं। मगर यह इस्तेमाल असफल रहा क्योंकि शुरुआती 20 ओवरों के बाद गेंद का रंग फीका पड़ने लगा व इसकी हार्डनेस भी कम हो गई। अब इस बारे में बीसीसीआई के एक ऑफिसर ने बोला है कि इंग्लैंड व अन्य राष्ट्रों के नरम मैदानों की तुलना में भारतीय मैदान कठोर होते हैं। ऐसे में गेंद का आकार व हार्डनेस बरकरार रखना कठिन हो जाता है।
भारतीय क्रिकेट टीम (Indian Cricket Team) के कैप्टन विराट कोहली (Virat Kohli) ने ये भी बोला था कि एसजी गेंदों की क्वालिटी पहले बहुत ज्यादा अच्छी होती थी, लेकिन अब मुझे नहीं पता कि इसमें गिरावट क्यों आ रही है। विराट के अनुसार, ‘ड्यूक गेंदों की क्वालिटी अब भी बहुत ज्यादा अच्छी है। कूकाबुरा की गेंदें भी अच्छी हैं। इन्होंने गेंदों की क्वालिटी के साथ कोई समझौता नहीं किया। ‘ भारतीय टीम को बांग्लादेश के विरूद्ध दो मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी है। सीरीज का पहला मैच 14 नवंबर से इंदौर में खेला जाएगा, जबकि दूसरा मुकाबला 22 नवंबर से कोलकाता में होगा।