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कतर, गिनी, केन्या में फसे भारतीय सकुशल आएंगे वापस

कतर प्रशासन द्वारा नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को हिरासत में लिए जाने, गिनी में हिरासत में लिये गए 16 भारतीय नाविक और केन्या में लापता दो भारतीय के विषय में विदेश मंत्रालय बहुत करीब से’ नजर रखे हुए है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में कहा कि मंत्रालय इन मामलों से पूरी तरह से अवगत है और हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।

साप्ताहिक प्रेस वार्ता में गिनी में हिरासत में लिये गए 16 भारतीय नाविकों के सवाल का जवाब देते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि मालाबो (इक्वेटोरियल गिनी) में हमारा मिशन और नाइजीरिया के अबूजा में मिशन इस मामले में स्थानीय प्रशासन से करीबी सम्पर्क बनाये हुए हैं। हम भी हिरासत में लिये गए #नाविकों के सम्पर्क में हैं। हमारा इन नाविकों के साथ कई दौर का राजनयिक सम्पर्क हुआ है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने साप्ताहिक प्रेस वार्ता में एक सवाल का जवाब देते हुए बताया कि कतर प्रशासन द्वारा नौसेना के आठ पूर्व कर्मियों को हिरासत में लिए जाने के मामले पर बहुत करीब से’ नजर रखे हुए है। बागची ने आगे कहा कि भारतीय मिशन हिरासत में लिये गये भारतीय नागरिकों के परिवार के सदस्यों को उनसे मिलवाने का भी प्रयास कर रहा है। साथ ही हम यह सुनिश्चित करने का भरसक प्रयास कर रहे हैं कि इस मुद्दे का समाधान हो।

विदेश मंत्रालय ने आगे कहा कि जुलाई के बाद से लापता दो भारतीयों के मामले में केन्याई पक्ष ने सभी संभव मदद की पेशकश की है और इस मामले में पिछले महीने भारतीय जांचकर्ताओं का एक दल नैरोबी गया था। और वहां लोक अभियोजक एवं आपराधिक जांच विभाग से मिला था। इस मामले में केन्याई पक्ष ने सभी संभव मदद की पेशकश की है।

रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी

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