भारत ही नहीं पूरी दुनिया गांधीवादी दर्शन के महत्व और सत्य प्रेम,विनम्रता और अहिंसा के उनके सिद्धांतों को महसूस कर रही है। वर्तमान में दुनिया कठिन समय से गुजर रही है। गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता सर्वविदित है। जीवन का कोई ऐसा हिस्सा नहीं है जहां गांधी के विचार प्रासंगिक नहीं लगते हैं। गांधीजी के विचार सच्चाई,शांति, अहिंसा,सतत विकास, पर्यावरण संरक्षण,मूल्य आधारित शिक्षा आदि जैसे कई पहलुओं पर मार्गदर्शन करते हैं।
छात्रों के पास आज गांधीजी के जीवन से बहुत कुछ सीखने का अवसर है कि छात्र राष्ट्र निर्माण में कैसे योगदान दे सकते हैं। आज देश का प्रत्येक नागरिक गांधी के विचारों और दर्शन से लाभ उठाकर देश को आत्मनिर्भर बना सकता है। राज्यपाल आनंदी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महात्मा गांधी एवं पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। आनन्दी बेन ने कहा कि दोनों महापुरूषों का जीवन देश की सेवा के लिए समर्पित था। आज के दिन हमें राष्ट्रहित में त्याग और समर्पण की भावना के साथ कार्य करने का दृढ़ संकल्प लेना चाहिए।
उन्होंने कहा कि गांधी जी ने जनसामान्य को साफ सफाई की महत्ता बताने के साथ ही स्वच्छता के लिये प्रेरित भी किया था। गांधी जी ने सत्य, अंहिसा,सेवा, स्वावलम्बन,स्वास्थ्य, स्वच्छता और शिक्षा के लिए कार्य किया। गांधी उनका मानना था कि जो व्यक्ति दूसरे की पीड़ा दूर करने का प्रयास करता है वही सच्चे अर्थों में मनुष्य है। इसलिए अपने मन की स्वच्छता पर बल दें। दूषित विचारों को मन में न लायें तभी आपके मन में सकारात्मक विचार आयेंगे।
आनन्दी बेन और योगी अदित्यन्तग ने गांधी आश्रम में जाकर गांधी जी एवं शास्त्री जी के चित्र पर माल्यार्पण किया तथा वहां चरखा भी चलाया। एक अन्य कार्यक्रम में राज्यपाल ने राजभवन में उत्तर प्रदेश क्षय निवारक संस्था के टीबी सील बिक्री अभियान के कैम्पेन का उद्घाटन किया। योगी आदित्यनाथ ने स्वच्छता पर महात्मा गांधी के विचारों का उल्लेख किया।
कहा कि उनके विचारों के आधार पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता अभियान का शुभारम्भ किया था। नरेंद्र मोदी के इस मिशन से पूर्वी उत्तर प्रदेश के अड़तीस जिलों में इंसेफेलाइटिस बीमारी से मुक्ति मिली है। स्वच्छता स्वदेशी और ग्राम स्वराज को नया उत्तर प्रदेश साकार कर रहा है।