बचपन से हमें रोजाना दूध सेवन के फायदे बताए जाते रहे हैं. एक ग्लास दूध में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है. ये एक पोषक तत्व है जो मजबूत हड्डियों और मांसपेशियों के विकास से जुड़ा है. इसलिए दूध और अन्य डेयरी प्रोडक्ट्स हर घर की जरूरी सामग्री है. लेकिन दूसरी थ्योरी के मुताबिक, बहुत ज्यादा दूध पीना आपकी हड्डियों को नाजुक बना सकता है. आपको जानना चाहिए क्या वास्तव में बहुत ज्यादा दूध का इस्तेमाल नुकसानदेह है.
क्या बहुत ज्यादा दूध पीने के साइड-इफेक्ट्स हैं?
दूध स्वस्थ और पौष्टिक हो सकता है, लेकिन एक दिन में बहुत ज्यादा पीने से बेहतर स्वास्थ्य की गारंटी नहीं मिल सकती. किसी चीज का अत्यधिक सेवन नुकसानदेह है भले ही ये दूध की तरह स्वास्थ्यवर्धक हो. स्वीडश रिसर्च के मुताबिक, एक दिन में बहुद ज्यादा दूध के इस्तेमाल को मृत्यु दर और फ्रैक्चर के खतरे से जोड़ा जा सकता है. शोधकर्ताओं के नजदीक, बहुत ज्यादा दूध का मतलब एक दिन में तीन या तीन ग्लास से ज्यादा है. महिलाओं पर उसके रिसर्च के नतीजे तो और भी परेशान करनेवाले हैं. महिलाओं के सिलसिले में, पाया गया है कि तीन या तीन ग्लास से ज्यादा हर दिन दूध पीना सिर्फ एक ग्लास पीने वाली महिलाओं के मुकाबले उनकी मौत का खतरा दोगुना बढ़ा सकता है. पुरुषों पर महिलाओं के जैसा उस तरह का असर नहीं पड़ता है, लेकिन ये निश्चित रूप से मृत्यु दर का जोखिम बढ़ा सकता है.
बहुत ज्यादा दूध पीने के अन्य साइड-इफेक्ट्स
दूध सेहतमंद है, मगर हमेशा संयम से सेवन करना चाहिए. एक बार या एक दिन में बहुत अधिक सेवन करने से साइड-इफेक्ट्स हो सकते हैं. बहुत ज्यादा दूध पीने के स्पष्ट संकेतों में से थकान है. एक रिसर्च में बताया गया है कि बहुत ज्यादा दूध के इस्तेमाल से लीकी गट भी हो सकता है, जो आपको सुस्त महसूस करा सकता है. इसके अलावा, दूध पाचन समस्याओं जैसे ब्लोटिंग में भी योगदान कर सकता है. बहुत ज्यादा डेयरी का इस्तेमाल ब्लोटिंग, पेट में ऐंठन या डायरिया की वजह बन सकता है.
क्या आपको दूध पीना छोड़ देना चाहिए?
दूध पोषण का खजाना है. कैल्शियम के अलावा, ये अन्य जरूरी पोषक तत्वों जैसे विटामिन डी, विटामिन बी12 और प्रोटीन से भरपूर होता है. कई ऐसे रिसर्च हैं जिनसे पता चलता है कि रोजाना दूध पीने से क्रोनिक बीमारियों का खतरा कम हो सकता है. आपको सावधानी बरतने की जरूरत ये है कि दूध का सेवन संयमित करें. एक दिन में एक ग्लास दूध का इस्तेमाल आदर्श विकल्प है. रिसर्च के मुताबिक, बेहतर है कि एक दिन में दो ग्लास से ज्यादा दूध के इस्तेमाल से बचा जाए.