औरैया। मिशन शक्ति अभियान के अंतर्गत आज तीसरे दिन महिला सुरक्षा, महिला सम्मान, महिला स्वावलंबन को लेकर स्वास्थ्य विभाग और बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग द्वारा शक्ति परी, लैंगिक समानता, लैंगिक हिंसा की रोकथाम, पीड़ित को सामाजिक प्रतिष्ठा दिलाना आदि विषयों पर समस्त विकास खण्डों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर महिलाओं को जागरूक किया गया। ब्लाक अजीतमल में इस अभियान की नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी रेखा एस. चौहान की अध्यक्षता में मिशन शक्ति अभियान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों, सहायिकाओं एवं अन्य महिलाओं को भ्रूण हत्या, लैंगिक हिंसा, महिला सुरक्षा, महिला सम्मान आदि विषयों पर चर्चा की गई।
नोडल अधिकारी ने कहा कि महिलाओं को जागरूक बनाकर ही महिला अपराधों पर रोक लगाई जा सकती है। महिलाओं को संविधान में पुरूषों के बराबर दर्जा मिला है। इस लिए हम लोगो को महिला व पुरूष में कोई भेद नही करना चाहिये यह संविधान की भावना के खिलाफ है। महिलाओं को आगे बढ़ाकर ही समाज एंव देश का विकास होगा। लिंग के आधार पर भेदभाव सामाजिक बुराई है। भ्रूण हत्या भी एक सामाजिक एवं कानूनी अपराध है जिस पर सरकार द्वारा कानून बनाकर रोक लगाई गई है।
उन्होने कहा कि जहां पर लैंगिक अनुपात में महिलाये पीछे है वहां पर लैंगिक अनुपात को बराबर किया जाना चाहिये। नोडल अधिकारी अपर जिलाधिकारी ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ कोई हिंसा या उत्पीड़न होता है तो वह इसकी सूचना तत्काल पुलिस अथवा महिला हेल्पलाइन को दें, जिससे अपराधी को सख्त से सख्त सजा मिले। इस दौरान डीपीओ, बीडीओ, तहसीलदार आदि मौजूद रहें।
सीएचसी दिबियापुर में आशा व एएनएम एवं महिला चिकित्सकों के साथ बैठक कर सीएमओ डा अर्चना श्रीवास्तव ने आपातकालीन नम्बर, भ्रूण हत्या की रोकथाम, लैंगिक समानता को बढ़ावा देने आदि पर विस्तृत चर्चा की। जहां उन्होने कहा कि भ्रृण हत्या करना बहुत बडी एक सामाजिक बुराई है। इस पर रोक लगाना हम सबकी जिम्मेदारी है। जो लोग पैसे की लालच में आकर इस कार्य को अन्जाम देते है, उन्हे समझना चाहिये कि वह बहुत बड़ा पाप कर रहें है। इस तरह के काम करने वाले नर्सिग होम एवं अस्पतालों पर कड़ी कार्यवाही की जा रही है।
उन्होने कहा कि सभी महिलाओं को सरकार द्वारा चलाये जा रहे आपातकालीन नम्बर 1076, 1090, 112, 108, 102 आदि के बारे में सम्पूर्ण जानकारी होनी चाहिये। उन्होने प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना, उज्जवला योजना, जननी सुरक्षा योजना, कन्या सुमंगला योजना, आयुष्मान योजना के बिषय में कहा कि यह सभी नारी के सम्मान सुरक्षा एवं स्वावलंबन से जुडी हुई योजनाएं है। सभी लाभार्थी इन योजनाओं का लाभ अवश्य लें। इस दौरान सीएचसी अधीक्षक सहित संबंधित उपस्थित रहें।
रिपोर्ट-पुष्पेंद्र कुमार