अगर आप भी अपने आप को थकान भरा व चिड़चिड़ा महसूस करती है व वो भी बिना कोई ऐसा कार्य किये तो होने कि सम्भावना है किआप कुछ ऐसी समस्या से गुजर रही है जिसकी ओर आपका ध्यान देना जरुरी है क्युकी ये एक तरह का सिंड्रोम है जिसे बर्न आउट बोला जाता है.
जी हाँ , जब आप लम्बे समय तक स्ट्रेस या तनाव की स्थिति में रहते है या ऐसी स्थिति से बाहर नहीं आ पाते है तो आपबर्न आउट के शिकार है. आमतौर पर ये सुनने में डिप्रेशन की तरह ही लगता है लेकिन ये डिप्रेशन से अलग होता है क्युकी डिप्रेशन की स्थिति में ग्रसित आदमी हर समय आत्मविश्वास की कमी व बिना वजह ही हीन भावना से भरामहसूस करतेाहै जबकिबर्न आउट में हर समय थकान व चिड़चिड़ापन देखने को मिलता है.
एक शोध में ये बात सामने आयी है की बर्न आउट की स्थिति में ज्यादातर वे लोग पाए जाते है जो घर पर या कार्यालय में लम्बे समय से तनाव में काम करते रहते हैबहुत अधिक थकान, शरीर में सूजन व सायकॉलजिकल तनाव का बढ़ना एक दूसरे से लिंक है. जब यह स्थिति लंबे समय तक बनी रहती है तो हार्ट टिश्यूज को डैमेज करने के का कार्य करती है. इसी कारण अरिद्मिया की स्थिति बनने लगती है व दिल की धड़कने कभी कम व कभी ज्यादा होती रहती हैं.इस स्थिति में हार्ट बीट्स रेग्युलर ढंग से कार्य नहीं पाती हैं व ब्लड क्लॉट्स, हार्ट फेल्यॉर व दिल संबंधी दूसरी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. हालांकि इस खतरे की दर को अभी मापा नहीं जा सका है.
अगर आप भी ऐसी कठिनाई का शिकार है तो आपको ऐसी स्थिति से निकलने की प्रयास करनी चाहिएजो आपकी स्थिति में सुधार ला सकता है.