ॐ’ का निरंतर जाप करने से दिमाग शांत होता है और बहुत-सी शारीरिक तकलीफें दूर होती हैं। इससे आंतरिक और बाह्य विकारों का भी निदान होता है और नियमित जाप से व्यक्ति के प्रभामंडल में वृद्धि होती है। आइए जानें कैसे करें ‘ॐ’ का जाप-
किसी शांत जगह का चुनाव करें। यदि सुबह जल्दी उठकर जाप कर पाएं तो बहुत अच्छा। यदि ऐसा संभव न हो, तो रात को सोने से पहले इसका जाप करें। ॐ का जाप करने के लिए किसी भगवान की मूर्ति, चित्र, धूप, अगरबत्ती या दीये की जरूरत नहीं होती है। यदि खुली जगह जैसे कोई मैदान, छत या बगीचा न हो तो कमरे में ही इसका जाप करें। साफ जगह पर जमीन पर आसन बिछाकर जाप करें। पलंग या सोफे पर बैठकर जाप न करें।
’ॐ’ का उच्चारण तेज आवाज में करें। ॐ को जितना लंबा खींच सकें, खींचें। सांस भर जाने पर रुकें और फिर यही प्रक्रिया दोहराएं। उच्चारण खत्म खत्म करने के बाद 2 मिनट के लिए ध्यान लगाएं और फिर उठ जाएं।