चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जान लिपावस्की तीन दिवसीय आधिकारिक यात्रा पर भारत पहुंचे। उनकी यह यात्रा भारत और चेक गणराज्य के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और गति प्रदान करने वाली है।
भारत की यात्रा के दौरान जान लिपावस्की के साथ चेक गणराज्य के संसद सदस्य, विज्ञान, अनुसंधान और नवाचार के उप मंत्री और एक उच्च स्तरीय आधिकारिक और व्यावसायिक प्रतिनिधिमंडल भी आया है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर और चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जान लिपावस्की ने सोमवार को मुलाकात की और दोनों देशों के बीच व्यापार, रक्षा, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों पर चर्चा की।
व्यापार, रक्षा, अंतरिक्ष और शिक्षा के क्षेत्र में अवसरों पर हुई चर्चा।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जान लिपावस्की का नई दिल्ली में स्वागत किया। हमारे बीच लंबे समय से चले आ रहे द्विपक्षीय संबंध नियमित संपर्कों के साथ आगे बढ़ रहे हैं।
हमने व्यापार, रक्षा, अंतरिक्ष, शिक्षा, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी और नवाचार के क्षेत्रों में अवसरों पर चर्चा की है। एक अन्य ट्वीट में उन्होंने कहा कि हमने आपूर्ति श्रृंखलाओं, डिजिटल विश्वास और पारदर्शिता की विश्वसनीयता पर भारत-यूरोपीय संघ के सहयोग और अभिसरण (convergence) को आगे बढ़ाने का उल्लेख किया।
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साथ ही बहुपक्षीय मंचों पर अपने मजबूत सहयोग को जारी रखने पर सहमति व्यक्त की। यूरोप और भारत-प्रशांत क्षेत्र के विकास के साथ-साथ वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।
बता दें कि जून 2022 में जयशंकर की चेक गणराज्य की यात्रा के बाद चेक गणराज्य के विदेश मंत्री जान लिपावस्की भारत यात्रा पर आए हैं। इससे पहले इस साल जनवरी में जयशंकर की ऑस्ट्रिया यात्रा के दौरान दोनों नेताओं ने वियना में बैठक की थी।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी