योगी आदित्यनाथ अपने संवैधानिक और आध्यात्मिक दोनों दायित्वों का सम्यक निर्वाह करते हैं. मुख्यमन्त्री के रूप में वह प्रदेश में पर्यटन विकास का अभूतपूर्व कार्य कर रहे हैं. पर्यटन स्थलों में विश्वस्तरीय सुविधाओं की व्यवस्था की जा रही है.
जन्माष्टमी पर उनकी मथुरा यात्रा का यह भी उद्देश्य था. आस्था के साथ ही उन्होंने अन्नपूर्णा रसोई का लोकार्पण किया. इलेक्ट्रानिक बसों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया. यहां संचालित योजनाओं की प्रगति के संबंध में जानकारी प्राप्त की.
इसके पहले वह लखनऊ पुलिस लाइन में आयोजित जन्माष्टमी समारोह में भी शामिल हुए थे.योगी आदित्यनाथ गौरक्ष पीठाधीश्वर है. इस रूप में उनके आध्यात्मिक दायित्व भी है. इसके लिए भी वह समय निकाल लेते हैं. मथुरा से वह गोरखपुर पहुँचे थे.
गोरखनाथ मंदिर के श्रीकृष्ण जन्मोत्सव समारोह में सहभागी हुए. दिग्विजयनाथ स्मृति सभागार में भजन कीर्तन का आयोजन किया गया था. योगी आदित्यनाथ श्रीकृष्ण रूप सज्जा प्रतियोगिता में बच्चों से मिले. उनके साथ योगी प्रसन्न और भाव विह्वल दिखाई दिए. इसके पहले उन्होने गौ शाला में सेवा कार्य किया.