Breaking News

29 दिसंबर को JDU राष्ट्रीय परिषद की बैठक, क्या फिर बड़ा फैसला लेने जा रहे नीतीश कुमार

नई दिल्ली। साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी गर्मी तेज होने लगी है। मंगलवार को हुई I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक के बाद अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी एक्शन में आ गए हैं।

👉मध्य कमान के चीफ ऑफ स्टाफ लेफ्टिनेंट जनरल मुकेश चड्ढा ने अग्निवीर भर्ती रैली का दौरा किया 

जेडीयू ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 29 दिसंबर को बुलाई है। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, JDU अध्यक्ष ललन सिंह सहित कई बड़े नेता शामिल हो सकते हैं।

29 दिसंबर को JDU राष्ट्रीय परिषद की बैठक, क्या फिर बड़ा फैसला लेने जा रहे नीतीश कुमार

बड़ा फैसला ले सकते हैं नीतीश कुमार

गौरतलब है कि I.N.D.I.A. गठबंधन की बैठक में ममता बनर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को प्रधानमंत्री के चेहरे के रूप में पेश करने का प्रस्ताव रखा था। इसके बाद राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

👉रालोद नेता रोहित अग्रवाल ने पीएम मोदी को पत्र लिख कर चौधरी चरण सिंह को भारत रत्न दिए जाने की मांग की

ऐसी संभावना है कि इस बैठक में नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। आपको बता दें कि इससे पहले JDU राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक पटना में सितंबर, 2022 में हुई थी। JDU की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 99 सदस्य हैं, जिनमें राज्य के सभी मंत्री, राज्यों के पार्टी अध्यक्ष और सांसद आदि शामिल हैं।

एक ही दिन में दोनों बैठक

जेडीयू ने 29 दिसंबर को पहले सिर्फ राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ही बुलाई थी, लेकिन अब जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद की बैठक भी बुला ली गई है। जेडीयू की राष्ट्रीय परिषद में करीब 200 सदस्य है। ऐसे में यह संभावना जताई जा रही है कि इन दोनों बैठकों के बाद नीतीश कुमार कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। 29 दिसंबर को सुबह कार्यकारिणी की बैठक होगी और दोपहर के बाद राष्ट्रीय परिषद की बैठक होगी।

पहले भी नीतीश कुमार ने चौंकाया

नीतीश कुमार के पाला बदलने वाली राजनीति के माहिर खिलाड़ी है। इसकी सबसे पहले शुरुआत साल 2013 में हुई थी, जब लंबे समय तक NDA के साथ रहने के बाद नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार बनाए जाने के बाद भाजपा का साथ छोड़ दिया था। साल 2014 में नीतीश की पार्टी जेडीयू ने सिर्फ 2 सीटें ही जीती।

बाद में जेडीयू ने RJD के नेतृत्व वाले महागठबंधन में शामिल हो गए और चुनाव जीतकर मुख्यमंत्री बन गए थे, लेकिन दो साल बाद ही महागठबंधन से अलग हो गए और भाजपा के साथ सरकार बना ली, लेकिन अगस्त 2022 में एक बार फिर भाजपा से अलग हो गए और महागठबंधन में शामिल हो गए और मुख्यमंत्री बने।

About News Desk (P)

Check Also

अयोध्या के सिद्ध पीठ हनुमत निवास में चल रहा है संगीतमयी श्री राम चरित मानस पाठ

अयोध्या। सिद्ध पीठ हनुमत निवास में भगवान श्रीराम और हनुमान के पूजन के साथ राम ...