लखनऊ। उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने शनिवार को समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी को पहले चरण के चुनावों में ही अपनी हार नजर आने लगी हे। यही कारण है कि अखिलश यादव पहले चुनाव लड़ने से घबरा रहे थे और अब सूची जारी करने में भी घबरा रहे है। भाजपा सरकार की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि सपा मुखिया अखिलेश यादव को समझ में आ जाना चाहिये कि अब यूपी में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उनको अब घर वापसी की तैयारी कर लेनी चाहिये।
लखनऊ में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि ‘जन-जन की है यही पुकार, यूपी फिर मांगे भाजपा सरकार’। उन्होंने विपक्षी समाजवादी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में भाजपा की बयार चल रही है। जिनके आगे जनता को ठगने वाले वादे और छलावे की राजनीति करने वाले राजनैतिक दलों का टिकना तो दूर, वो अब बोरिया-बिस्तर बांधने की तैयारी कर रहे हैं। पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए डिप्टी सीएम ने कहा कि समाजवादी पर्टी के पास गुंडे, अपराधी, माफिया, भ्रष्टाचारियों और दंगाई के अलावा कोई है नहीं है।
इसलिए अखिलेश यादव अब सूची जारी से घबरा रहे हैं। उन्होंने कह कि पांच सालों तक कुंभकरण की नींद सोते रहे अखिलेश यादव किस उम्मीद से यूपी में चुनाव लड़ने आए हैं। उन्होंने अपनी सरकार रहते तो यूपी की जनता को केवल ठगने का काम किया। भ्रष्टाचार को संरक्षण दिया। गुंडागर्दी और माफियाराज को बढ़ाने का काम किया। किसानों को अन्न देने जगह उनकी जमीनों पर कब्जे किये। इनता नहीं नहीं व्यापारियों के साथ लूट, अपराधों को बढ़ाने में समाजवादी सरकार नम्बर एक पर रही। सरकार कर्मचारियों की पेंशन और पीएफ में घोटाले किये गये। ऐसे समाजवादी पार्टी की सरकार का कार्यकाल जनता भूली नहीं है।
केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों के पलायन के मुद्दे पर किये गये सवालों का जवाब देते हुए कहा कि हां… यूपी में पलायन हुआ है सपा सरकार में और पलायन रुका है भाजपा की सरकार में। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पलायन हुआ है लोगों का सपा सरकार में और पलायन हुआ है गुंडों, अपराधियों, माफियाओं, भ्रष्टाचारियों और दंगाईयों का भाजपा की सरकार में। डिप्टी सीएम ने कहा कि जहां वर्ष 2017 से पहले यूपी में किसान आत्महत्या करता था। वहीं भारतीय जनता पार्टी की पांच साल की सरकार किसानों के साथ हर मोर्चे पर खड़ी रही है। आज यूपी गेहू, आलू, सब्जी, फल और तिलहन उत्पादन में नंबर-वन है।
आजादी के बाद किसानों को भाजपा सरकार में ही पहली बार किसान सम्मान निधि को तोहफा मिला है। उन्नत खेती करने वाले किसानों को सम्मान दिया गया। उनको तोहफे में ट्रैक्टर बांटे गये। धान और गेहूं सीधे किसानों से सरकार ने खरीदा और भुगतान सीधे उनके खातों में किया। पिछली सरकारों की तुलना में भाजपा की सरकार ने रिकार्ड तोड़ते हुए दुगुना से अधिक किसानों को लाभ पहुंचाया। पारदर्शी तरीके से एमएसपी से खरीद की और सीधे किसानों के खातों में त्वरित भुगतान में भी भाजपा पार्टी सबसे आगे रही है। ऐसे में सपा मुखिया अखिलेश यादव को समझ में आ जाना चाहिये कि अब यूपी में उनकी दाल गलने वाली नहीं है। उनको अब वापसी की तैयारी कर लेनी चाहिये।