एक जिला एक उत्पाद योगी आदित्यनाथ की अभिनव योजना है। इसके सकारात्मक परिणाम दिखाई दे रहे है। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्तर पर इसे लागू किया है। इसका विस्तार केवल स्थानीय उद्योगों तक सीमित नहीं है,बल्कि कृषि उत्पादों को भी इससे जोड़ा गया। इन सभी उत्पादों को आधुनिक तकनीक से जोड़कर प्रसारित प्रचारित किया जा रहा है।
इस संदर्भ में योगी आदित्यनाथ ने कहा कि खाण्डसारी गुड़ आज एक नया ब्राण्ड बन रहा है। इससे गन्ना उत्पादक किसानों के जीवन में व्यापक सकारात्मक परिवर्तन हो रहा है। राज्य सरकार ने एक राज्य एक उत्पाद योजना के अन्तर्गत तीन जनपदों मुजफ्फरनगर, अयोध्या तथा लखीमपुर खीरी के लिए गुड़ तथा गुड़ उत्पाद को विशिष्ट उत्पाद के रूप में चिन्हित किया है। इससे गन्ना किसानों के लिए गुड़ व्यवसाय लाभकारी हो रहा है।
राज्य गुड़ महोत्सव-2021
योगी आदित्यनाथ ने इन्दिरा गांधी प्रतिष्ठान में आयोजित राज्य गुड़ महोत्सव का शुभारम्भ किया। उन्होंने स्मारिका राज्य गुड़ महोत्सव-2021 का विमोचन भी किया। कहा कि राज्य गुड़ महोत्सव का आयोजन स्थानीय गन्ना उत्पादों को मार्केट की उपलब्धता सुलभ कराने, उत्पादों की ब्राण्डिंग तथा देश दुनिया में इनका व्यवसाय बढ़ाकर गन्ना उत्पादकों और व्यवसायियों को लाभ दिलाने के उद्देश्य से किया गया है। राज्य गुड़ महोत्सव प्रदेश के साठ लाख गन्ना किसानों के जीवन में परिवर्तन के अवसर ला रहा है।
गन्ना किसानों को लाभ
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान सरकार जब सत्ता में आयी,उस समय बड़ी मात्रा में किसानों का गन्ना मूल्य बकाया था। खाण्डसारी उद्योग को पूरी तरह पाबन्द कर दिया गया था। वर्तमान राज्य सरकार ने खाण्डसारी उद्योग को ऑनलाइन लाइसेंस दिए जाने की व्यवस्था बनायी। अब कुछ घण्टों में ही खाण्डसारी उद्योग का लाइसेंस प्राप्त किया जा सकता है।
खाण्डसारी इकाइयां अब दूसरी खाण्डसारी इकाई अथवा चीनी मिल से पन्द्रह किमी के स्थान पर साढ़े सात किमी की दूरी पर स्थापित की जा सकती है। इससे गन्ना बहुल जनपदों यथा मुजफ्फरनगर,शामली, बिजनौर,अयोध्या, शाहजहांपुर,लखीमपुर खीरी में बड़ी संख्या में खाण्डसारी उद्योग स्थापित हुए हैं और गन्ना उत्पादक किसानों को इसका लाभ प्राप्त हो रहा है।
वर्तमान राज्य सरकार द्वारा अब तक गन्ना किसानों को एक लाख पच्चीस हजार करोड़ रुपए से अधिक के गन्ना मूल्य का भुगतान कराया गया है। कोरोना काल में जब अन्य राज्यों में चीनी मिलें बंद हो रही थीं, प्रदेश की सभी चीनी मिलों का संचालन सुनिश्चित कराया गया। जब तक खेत में गन्ना उपलब्ध था। चीनी मिलें चलवायी गयीं। गन्ना मूल्य के भुगतान की भी व्यवस्था की गयी। वर्तमान वर्ष के गन्ना मूल्य का बावन प्रतिशत से अधिक का भुगतान कराया जा चुका है।
गुड़ उत्पाद को प्रोत्साहन
मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले के समय में चीनी का मूल्य गुड़ की अपेक्षा अधिक हुआ करता था। जनमानस में स्वास्थ्य के प्रति बढ़ती चेतना का एक प्रभाव यह भी हुआ है कि गुड़ का मूल्य चीनी के सापेक्ष बढ़ा है। प्रदेश में सत्ताईस लाख हेक्टेयर क्षेत्रफल पर गन्ने की खेती की जा रही है। राज्य सरकार द्वारा गन्ना उत्पादक किसानों की मदद के लिए गन्ना आपूर्ति व्यवस्था को तकनीक से जोड़ा गया है।
गन्ना किसानों के लिए ऑनलाइन पर्ची की व्यवस्था की गई है। राज्य गुड़ महोत्सव में एक सौ तीन गुड़ उत्पादक व व्यवसायी अपने उत्पादों का प्रदर्शन कर रहे हैं। इस अवसर पर साढ़े सात सौ से अधिक गन्ना किसानों और गुड़ उत्पादकों को प्रशिक्षण भी दिया गया है।