मणिपुर के पूर्वी इंफाल जिले में एक भाजपा विधायक के घर के बाहर लगे बड़े से ड्रॉप बॉक्स ने सबका ध्यान अपनी ओर खींचा है। इस बॉक्स को मणिपुर राइफल्स और आईआरबीएन के थानों व शस्त्रागार से लूटे गए हथियारों को जमा करने के लिए लगाया गया है।
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सुरक्षा बलों से छीने गए हथियारों को वापस करने की सुविधा देने के लिए भारतीय जनता पार्टी के विधायक एल सुसिंद्रो मेइती ने अपने घर पर ‘ड्रॉपबॉक्स’ स्थापित किया है। उन्होंने कहा कि हथियार जमा करने वाले व्यक्ति की पहचान उजागर नहीं हो।
इस पोस्टर का असर यह हुआ कि लोग अपने हथियार डाल रहे हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के संवाददाता जब वहां पहुंचे तो वास्तव में ड्रॉपबॉक्स में कुछ स्वचालित राइफल और गोला-बारूद समेत कुछ अन्य हथियार मौजूद थे। मई की शुरुआत में मणिपुर राज्य में जातीय हिंसा भड़कने पर पुलिस थानों से बड़ी संख्या में हथियार लूट लिए गए थे। इसके बाद से मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, दोनों ने ही लोगों से हथियार सौंपने की अपील की है।
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हथियार जमा करने के लिए आने वाले किसी भी व्यक्ति से न तो पूछताछ की जाएगी और न ही उसे उसकी पहचान बताने के लिए कहा जाएगा। इंफाल ईस्ट सीट से विधायक सुसिंद्रो के घर के बाहर एक बड़ा पोस्टर लगा है। इस ड्रॉपबॉक्स पर अंग्रेजी और मेइती में लिखा है, “कृपया अपने लूटे हुए हथियार यहां डाल दें। बेझिझक होकर ऐसा करें।” इस विज्ञापन के नीचे लिखा है-ऐसा करने में खुद को स्वतंत्र महसूस कीजिए, यह एक संकेत है कि उनसे सवाल नहीं पूछे जाएंगे कि हथियार उन्हें कैसे मिले।