भारत में भगवान शिव के कई ऐसे मंदिर हैं जो किसी न किसी चमत्कार के लिए जाने जाते हैं. भगवान शिव के इन्हीं चमत्कारों को देखने के लिए ही भक्त यहां आते हैं. आइए जानते हैं भारत के उन शिवलिंगों के बारे में जो दिन में कई दफा अपना रंग बदलते हैं.
राजस्थान का अचलेश्वर महादेव मंदिर: यह अचलेश्वर महादेव मंदिर राजस्थान के धौलपुर में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का शिवलिंग दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. जिसके तहत सुबह के समय शिवलिंग का रंग लाल, दोपहर के समय केसरिया जबकि शाम के समय के शिवलिंग श्यामा रंग हो जाता है. इस मंदिर के शिवलिंग का रंग बदलना आज भी एक पहेली बना हुआ है.
उत्तर प्रदेश का नर्मदेश्वर महादेव मंदिर: नर्मदेश्वर महादेव का यह मंदिर उत्तर प्रदेश के लखीमपुर खीरी जिले में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का शिवलिंग भी अपना रंग बदलता है. इस मंदिर की एक बड़ी खासियत यह भी है कि यह मंदिर भारत का अकेला ऐसा मंदिर है जिसमें मेंढक की पूजा की जाती है. इस मंदिर में भगवान शिव मेंढक की पीठ पर विराजमान हैं.
उत्तर प्रदेश का ही कालेश्वर महादेव मंदिर: यह कालेश्वर महादेव मंदिर यूपी के घाटमपुर तहसील में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि सूर्य की किरणों से इस मंदिर का शिवलिंग भी तीन बार अपना रंग बदलता है.
उत्तर प्रदेश का ही लिलौटी नाथ शिव मंदिर: यह लिलौटी नाथ शिव मंदिर उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि इस शिव मंदिर की स्थापना महाभारत काल में गुरु द्रोणाचार्य के पुत्र अश्वत्थामा ने किया था. यह शिवलिंग भी दिन में तीन बार अपना रंग बदलता है. जिसके तहत सुबह के समय शिवलिंग का रंग काला, दोपहर के समय भूरा और रात में शिवलिंग का रंग हल्का सफ़ेद हो जाता है. इस मंदिर के बारे में यह भी मान्यता है कि आज भी आधी रात के दौरान इस मंदिर में पूजा करने के लिए अश्वत्थामा और आल्हा-उदल आते हैं और जब वे आते हैं तो अचानक बिजली कड़कने लगती है और बिना मौसम के ही बारिश होने लगती है.
बिहार का दुल्हन शिवालय: बिहार का यह दुल्हन शिवालय नालंदा जिले में स्थित है. इस मंदिर के शिवलिंग का भी रंग सूर्य की रोशनी के हिसाब से घटता-बढ़ता रहता है.