लखनऊ। जनवरी 2019 में प्रयागराज में लगने वाला kumbha कुंभ मेला नाम से ही नहीं, अपने आकार, झलक और श्रद्धालुओं के लिहाज से भी कुंभ साबित होने वाला है।
कुंभ मेले को यादगार बनाने के लिए यहां यूपी सरकार ने पूरी ताकत झोंक रखी है, वहीं केंद्र सरकार की तरफ से भी पूरा सहयोग किया जा रहा है।
प्रयागराज का ये kumbha
प्रयागराज का ये kumbha कुंभ मेला वैसे तो वैश्विक है, लेकिन इस बार इस मेले में सरकार की तरफ से 100 से ज्यादा देशों को शिरकत करने के लिए न्यौता भेजा गया है।
इस दौरान प्रयागराज स्थित सेंट्रल जेल में एक अनोखा विश्व रिकॉर्ड कायम करने की भी योजना है।
प्रयागराज में लगने वाले कुंभ मेले को वर्ष 2017 में यूनेस्को द्वारा ‘मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत’ की प्रतिनिधि सूची में मान्यता प्रदान की गई है।
हिंदू धर्म में कुंभ का विशेष स्थान है। इस दौरान देश-विदेश से श्रद्धालु कुंभ में शामिल होने के लिए हरिद्वार, इलाहाबाद, उज्जैन व नासिक में स्नान करने के लिए आते हैं। कुंभ पर्व 12 वर्ष के अंतराल में आता है।
प्रयाग में दो कुंभ मेलों के बीच में छह वर्ष के अंतराल में अर्धकुंभ भी आयोजित किया जाता है। जनवरी 2019 में होने वाला स्नान अर्धकुंभ ही होगा।
कुंभ को यादगार बनाने के लिए
कुंभ को यादगार बनाने के लिए इन दिनों पूरे शहर को खूबसूरत वॉल पेंटिंग बनाकर सजाया जा रहा है। इसके लिए यहां पांच विशेषज्ञ एजेंसियों को सराकर की तरफ से लगाया गया है। वॉल पेंटिंग के जरिए सरकार पूरी दुनिया को भारतीय संस्कृति, सभ्यता, परंपराओं, गौरवशाली इतिहास और आर्ट से रूबरू कराएगी।
इसके जरिए देश में पर्यटन (विशेषकर धार्मिक) बढ़ाने पर भी जोर दिया जाएगा। पेंटिगं में धार्मिक घटनाओं को विशेष तौर पर शामिल किया गया है। इसके लिए इस बार तकरीबन पूरे शहर, मेला स्थल, सभी टेंट, मेला स्थल पर बनने वाले सरकारी व गैर सरकारी कार्यालय आदि को भी खूबसूरत पेटिंग से सजाया जा रहा है।