गोरखपुर। जेल में बंद हिंदू युवा वाहिनी के अध्यक्ष सुनील सिंह की पत्नी कुसुम सिंह Kusum Singh ने अपने पति की रिहाई के लिए कमान संभालते हुए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कुसुम सिंह ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के इशारे पर उनके पति के खिलाफ साजिश रचकर फर्जी मुकदमों में फंसाया जा रहा है।
पति का उत्पीड़न – Kusum Singh
सुनील सिंह की पत्नी कुसुम सिंह ने कहा कि उनके पति ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 20 साल योगी आदित्यनाथ की सेवा में गुजार दिए। घर-परिवार को यह याद नहीं कि कब वह दो वक्त लगातार भोजन घर में किए हो,लेकिन उसका परिणाम यह है कि योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनते ही उनके पति का उत्पीड़न शुरू हो गया। मुख्यमंत्री किसी भी जिले में डीएम, एसएसपी का संरक्षक होता है। मुख्यमंत्री के जिले में जब किसी निर्दाेश और बेकसूर के साथ अन्याय हो, कानून की मर्यादा से बाहर जाकर उत्पीड़न हो तो इसे सत्ताधीश के अहंकार की तुष्टि मानी जा सकती है।
क्षत्रिय खून है तो राजपूताना मर्यादा
कुसुम सिंह ने कहा कि उनके पति के साथ अन्याय हो रहा है वह भी अनर्थ की सीमाओं से बाहर जाकर। उन्होंने कहा कि यह अन्याय सिर्फ इसलिए हो रहा क्योंकि उनके पति ने भ्रम में अपना सारा जीवन हिंदूत्व की रक्षा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के चरणों में समर्पित कर दिया। सुनील सिंह की पत्नी ने कहा कि वह एक क्षत्राणी हैं। उनके भीतर भी एक क्षत्रिय खून है। वह आत्मदाह की धमकी नहीं देंगी,आंखों में आंसू भले ही आ जाएंगे लेकिन राजपूताना मर्यादा वह जानती हैं। कुसुम सिंह के माने तो उनके पति बेकसूर होते हुए भी जेल में हैं,उनके साथ अन्याय हो रहा।
सरकार को उखाड़ फेंकने तक संघर्श
उन्होंने आगे कहा, ‘पति के साथ साथ कार्यकर्ताओं का प्रशासनिक उत्पीड़न अगर बंद नहीं हुआ तो आंखों में आंसू के साथ विद्रोह भी कर सकते हैं। मैं स्वयं अपने हाथ में भगवाध्वज लेकर उतर सकती हूं। पति और उनके साथियों को न्याय दिलाकर रहूंगी। कुसुम सिंह ने ऐलान किया कि वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की मांग करेंगी। इसके बाद भी अगर न्याय नहीं मिला तो सड़क पर उतर इस अहंकारी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक संघर्श करूंगी।
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