• साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय-राज्यपाल
• सनातन धर्म की रक्षा के लिए सिख गुरुओं को प्रणाम-ब्रजेश पाठक
• एलजीपीसी अध्यक्ष राजेंद्र सिंह बग्गा ने शॉल ओढ़ाकर महामहिम राज्यपाल का किया स्वागत
• राष्ट्रीय विद्यालयी कराटे प्रतियोगिता में खालसा इंटर कॉलेज के पदक विजेता छात्रों को राज्यपाल ने किया सम्मानित
लखनऊ। राजभवन में बुधवार की सांय राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के तत्वाधान में वीर बाल दिवस को समर्पित दास्तान-ए-शहादत लाइट एण्ड साउंड शो कार्यक्रम का आयोजन किया गाया। लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा एवं गुरुद्वारा यहिया गंज के अध्यक्ष डॉ गुरमीत सिंह ने राज्यपाल आनंदीबेन पटेल को शॉल ओढ़ाकर एवं पुष्प भेंटकर उनका स्वागत किया।
इस अवसर पर एलजीपीसी के सौजन्य से राज्यपाल द्वारा दिल्ली में आयोजित 67वीं राष्ट्रीय विद्यालयी कराटे प्रतियोगिता में पदक प्राप्त करने वाले खालसा इंटर कॉलेज, लखनऊ के चार छात्रों-आयुष धीमान, अंश लोधी, पिंटू यादव, आर्यन गुप्ता एवं कॉलेज के प्रधानाचार्य सरदार वीरेन्द्र सिंह एवं स्पोर्ट्स प्रवक्ता सरदार जसपाल सिंह को स्मृति चिन्ह भेंटकर सम्मानित किया गया।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि विश्व इतिहास में धर्म की रक्षा के लिए सिख पंथ के दसवें गुरु श्री गुरु गोबिंद सिंह महाराज द्वारा सर्वस्व बलिदान करने जैसा उदाहरण कहीं अन्य देखने को नही मिलता। उन्होंने कहा कि वीर बाल दिवस भारतीय इतिहास में वीरता और बलिदान की एक मार्मिक याद दिलाता है। साहिबजादों का बलिदान राष्ट्रीय प्रेरणा का विषय है। उन्होंने भिक्षा वृत्ति से शिक्षा की ओर बच्चों को जोड़ने के लिए स्वयं सेवी संस्था उम्मीद की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे जितने भी बच्चे हैं, उनके लिए राजभवन खुला है। उन्होंने कहा कि ऐसे बच्चों की उंगली पकड़नी चाहिए जो भविष्य का आधार बनने वाले हैं।
राज्यपाल ने कहा कि स्कूल, संस्थाओं और घर में भी ऐसे कार्यक्रम का आयोजन होना चाहिए। घर के बड़े-बुजुर्ग परिवार जनों के साथ शौर्य गाथाओं की चर्चा करें तथा छोटी उम्र से ही बच्चों को इस प्रकार के शौर्य की कहानी सुनाई जाए, इससे उनमें देश के लिए जज्बा पैदा होगा। उन्होंने कहा कि आजाद देश को विकसित राष्ट्र के रूप में परिवर्तित करने के प्रधानमंत्री जी के सपने को साकार करने हेतु प्रत्येक भारतीय द्वारा एक अच्छा कदम बढ़ाए जाने की जरूरत है, यह हमारा कर्तव्य है और इसे हम सबको मिलकर करना चाहिए। उन्होंने एलजीपीसी के सौजन्य से उम्मीद संस्था के 24 बच्चों को जैकेट वितरित किए।
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में यदि सनातन धर्म सुरक्षित है, इसके लिए हम सिख गुरुओं को प्रणाम करते हैं। उन्होंने कहा कि इतिहास को हम इसलिए बार-बार दोहराते हैं क्योंकि इतिहास हमें प्रेरणा देता है। सब कुछ स्पष्ट है फिर भी हम लोग गुमराह होते रहते हैं। श्री पाठक ने आयोजन में उपस्थित सिख समुदाय से इतिहास पर गौर करने को कहा। किसी भी स्थिति में समाज को बरगलाने वाले तत्वों को सफल नही होने देंगे। उन्होंने राजभवन में कार्यक्रम आयोजन के लिए महामहिम राज्यपाल एवम लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का आभार व्यक्त किया।
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इस अवसर पर राज्यमंत्री बलदेव सिंह औलख ने कहा कि सनातन धर्म की रक्षा हेतु गुरु गोबिंद सिंह महाराज द्वारा सर्वस्व बलिदान कर देने का इतिहास और कहीं नही मिलेगा। उन्होंने कहा कि चार साहिबजादों के बलिदान की गौरवगाथा का वीर बाल दिवस के रूप में देश में प्रचार-प्रसार करने के लिए सिख समाज आदरणीय प्रधानमंत्री जी का ऋणी रहेगा। कार्यक्रम में सफर-ए-शहादत पर काकी बाणी कौर ने वीर रस से ओतप्रोत काव्य पाठ कर सभी का मन मोहा।
इस अवसर पर गुरु गोबिंद सिंह महाराज के चार साहिबजादों की दास्तान-ए-शहादत पर जोगा सिंह खीवा के नेतृत्व में सुखनवर रंगमंच पटियाला, पंजाब के कलाकारों द्वारा लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से नाट्य प्रस्तुति ने सभी का मन मोहा।
एलजीपीसी के महामंत्री हरपाल सिंह जग्गी एवं प्रवक्ता सतपाल सिंह मीत के संचालन में संपन्न इस समारोह में विधान परिषद सदस्य मुकेश शर्मा, महापौर सुषमा खर्कवाल, पूर्व कैबिनेट मंत्री सरजीत सिंह डंग, कैंट क्षेत्र के पूर्व विधायक सुरेश तिवारी, जनपद बिजनौर से पंजाबी समाज संगठन के जिलाध्यक्ष सतवंत सिंह सलूजा (धामपुर) सहित अनेक गणमान्य प्रतिनिधि शामिल हुए। कार्यक्रम के समापन पर लखनऊ गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष सरदार राजेंद्र सिंह बग्गा ने सभी का आभार व्यक्त किया।
रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी