पश्चिम बंगाल सरकार ने फिर से राज्य में लॉकडाउन लागू करने का फैसला लिया है. नए फैसले के तहत पश्चिम बंगाल में 31 जुलाई तक लॉकडाउन लागू रहेगा. हालांकि, ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली सरकार ने यह भी कहा है कि लॉकडाउन में पहले की तुलना में काफी हद तक छूट भी दी जाएगी. जारी आदेश के मुताबिक, इस दौरान पश्चिम बंगाल में ट्रेन और मेट्रो नहीं चलेंगी. पश्चिम बंगाल देश के उन पांच राज्यों में शामिल है, जहां कोरोना का सबसे ज्यादा प्रभाव है.
आज सीएम ममता बनर्जी ने सर्वदलीय बैठक बुलाई. बैठक में कोरोना के ताजा मामले और राज्य के हालात को लेकर चर्चा की गई. मीटिंग के बाद ममता बनर्जी सरकार ने लॉकडाउन लागू करने का फैसला कर लिया. पश्चिम बंगाल में अभी तक कोरोना के कुल 14728 मामले सामने आए हैं. इसमें से कोरोना के कुल 9218 मरीज ठीक भी हुए हैं और 580 की मौत हो गई है. अब राज्य में कोरोना के कुल 4930 ऐक्टिव केस हैं. इसके अलावा 18,13,88 लोगों को सर्विलांस में रखा गया है.
उधर, पश्चिम बंगाल के स्वास्थ्य विभाग ने निजी और सरकारी अस्पतालों को चेतावनी दी है कि यदि उन्होंने मरीजों को भर्ती करने से इनकार किया तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. विभाग द्वारा जारी आदेश में कहा गया है. निजी अस्पतालों द्वारा भर्ती करने और सेवाएं देने से इनकार की घटनाएं सामने आई हैं और मरीज इन अस्पतालों के इस लापरवाहीपूर्ण रवैये के चलते नुकसान उठाते हैं.