लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा दिसंबर 2018 में प्रदेश के अनेक जिलों में लोक कल्याण मित्रो की भर्ती की गई थी, जिनको सरकार द्वारा जुलाई 2019 में असमय सेवामुक्त कर दिया गया था। इसके विरोध में आज प्रदेश के समस्त लोक कल्याण मित्र सूचना एवं जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ में अनिश्चितकालीन धरने पर बैठ गए है।
जानें क्या है मामला..
उत्तर प्रदेश सरकार में गत वर्ष 2018 में प्रदेश के समस्त जिलों में लोक कल्याण मित्रों की नियुक्ति एजेंसी के माध्मय से की गई थी, जिनका कार्य केंद्र व राज्य सरकार के लोक कल्याणकारी योजनाओ का प्रचार-प्रसार करना व चल रही योजनाओं का फीडबैक लेना था। विभिन्न जनपदों में कार्यरत लोक कल्याण मित्रों ने ब्लॉक स्तर पर चल रही धांधली को उजागर भी किया था तथा इनके कार्य से ग्रामसभाओं में सरकार की योजनाओ की सीधी जानकारी प्राप्त होने से ग्रामवासियों को प्रत्यक्ष लाभ मिलना शुरू हो गया था।
बता दें लोकसभा चुनाव 2019 के पश्चात प्रदेश के समस्त लोक कल्याण मित्रों को असमय बिना किसी सूचना के 15 जुलाई 2019 को सेवामुक्त कर दिया गया तथा पुनः सुचारू रूप से भर्ती करने का आश्वासन दिया गया था लेकिन अभी तक सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का ठोस कदम नही उठाया गया है। अभी तक प्रदेश के अनेक ब्लाकों के लोक कल्याण मित्रो के वेतन का भुगतान भी लंबे समय से लंबित पड़ा हुआ है।
सरकार की निष्क्रियता से त्रस्त होकर प्रदेश के लोक कल्याण मित्र आज मंगलवार को राज्य सूचना व जनसंपर्क विभाग उत्तर प्रदेश लखनऊ के प्रांगण में सरकार द्वारा उपयुक्त लिखित आश्वासन मिलने तक अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन पर बैठे हैं।