बिहार में होने वाला आगामी विधानसभा चुनाव दिन पर दिन दिलचस्प होता जा रहा है। हर दिन कोई न कोई बड़ा चेहरा बिहार की सत्ता की कुर्सी के लिए दावेदारी करने सामने आ रहा है। जहाँ एक तरफ जेडयू के सर्वेसर्वा व मौजूदा मुख्यमंत्री नीतिश कुमार और राजद प्रमुख व लालू के छोटे बेटे तेजस्वी यादव मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं, तो दूसरी तरफ लोजपा के तेज तर्रार नेता व भारत सरकार में केंद्रीय मंत्री के तौर पर कार्यरत चिराग पासवान और लोक शक्ति पार्टी के नये नवेले नेता व भोजपुरी सुपरस्टार शाहिद शम्स भी मुख्यमंत्री पद के लिए अपनी अपनी दावेदारी ठोक रहे हैं।
इसी बीच लोक शक्ति पार्टी ने शाहिद शम्स को अपना राष्ट्रीय महासचिव के साथ साथ बिहार, दिल्ली व झारखंड का प्रभारी भी बना दिया है। जिससे बिहार का विधानसभा चुनाव और भी दिलचस्प और कड़ा हो गया है। जातीय समीकरण को देखें तो बिहार में बड़ी मात्रा में अल्पसंख्यक वोटर हैं, जो कही हद तक बिहार का भविष्य तय करते हैं।
लोक शक्ति पार्टी की तरफ़ से जारी किये गये बयान में ये घोषणा की गई है कि भोजपुरी सुपरस्टार शाहिद शम्स बिहार के आगामी विधानसभा चुनाव में न सिर्फ पार्टी का नेतृत्व करेंगे बल्कि बिहार में पार्टी का चेहरा भी होंगे। लोक शक्ति पार्टी द्वारा जारी बयान में बताया गया है कि पार्टी शाहिद शम्स को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाकर बिहार के लगभग 5 करोड़ से ज्यादा भोजपुरी फिल्मो के दर्शकों को अपनी तरफ आकर्षित कर सकती है।
क्योंकि शाहिद शम्स को बिहार का बच्चा बच्चा जानता और पहचानता हैं। बडा फेरबदल करने के इरादे से मैदान में उतरी लोक शक्ति पार्टी बिहार में प्रमुख पार्टियो का सिरदर्द बन चुकी है। बिहार विधानसभा चुनाव में अगर लोक शक्ति पार्टी फेरबदल करने में कामयाब रहती हैं तो पार्टी सबसे बड़ा खतरा राजद के लिए ही बनेगी, क्योंकि एक तरफ जेडयू, लोजपा और भाजपा तीनो मिलकर बिहार विधानसभा चुनाव में उतरेंगे तो दूसरी तरफ राजद व कांग्रेस बिहार के छोटे छोटे दल को साथ लेकर मैदान में उतरेंगे। इन दोनों स्थितियो में लोक शक्ति पार्टी दोनो प्रमुख पार्टीयो के लिए सिरदर्द बनी हुई हैं।
लोक शक्ति पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव व भावी मुख्यमंत्री “शाहिद शम्स” ने एक खास बातचीत में बताया की बिहार में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव के लिए मैं और मेरी पार्टी पूरी तरह से तैयार हैं, हमारी कोशिश रहेगी की हम बिहार में ज्यादा से ज्यादा संख्या में सीटे जीते और बिहार की माटी को अपना योगदान दें। शाहिद ने बताया की अभी हाल ही में बिहार में आये बाढ से लोग कितने त्रस्त व बेसहारा हुए हैं, लेकिन मौजूदा सरकार ने बाढ़ पीडितो के लिए कोई भी इंतिजाम करने में विफल रही।
शाहिद की माने तो बिहार अब बदलाव चाहता है। जो नये मुख्यमंत्री होने पर ही संभव है। बिहार में आये दिन लूट, डैकेती, चोरी, हत्याओं से लोग डरे और सहमें हुए हैं। बिहार में लोग खुल कर जीना चाहते हैं ना की दब क। हम सभी देख रहे हैं कि बिहार में दिन पर दिन बढ़ती बेरोजगारी से लोग परदेश पलायन करने पर विवश हैं। इन सब समस्याओं का बिहार सरकार के पास कोई जवाब नहीं है। खैर बिहार की जनता सब जानती हैं और वह अपना निर्णय आने वाले चुनाव में जरूर देगी।
रिपोर्ट-रंजीत जायसवाल