लंदन को दुनिया भर में छात्रों के लिहाज़ से अनुकूल शहरों की सूची में शीर्ष स्थान प्राप्त हुआ है। भारतीय छात्रों की संख्या के अनुसार London University में यह शहर चौथे स्थान पर है। क्यूएस बेस्ट स्टूडेंट्स सिटीज रैंकिंग में लंदन के बाद टोक्यो, मेलबर्न, मॉन्ट्रियल और पेरिस का नंबर आता है। इस सूची में जगह पाने वाला एकमात्र भारतीय शहर मुंबई है। जिसे 99 वां स्थान मिला है। इस सूची में शामिल शीर्ष दस शहरों में अमेरिका का नाम नहीं है।
London University, 26 प्रतिशत है छात्रों की भागीदारी
शहर में मौजूदा आला दर्जे के विश्वविद्यालयों की संख्या, स्थानीय स्तर पर रोजगार के अवसर और जीवन की क्वालिटी जैसे पहलुओं के आधार पर ये रैंकिंग तय की गई है। वहीं लंदन के मेयर की एजेंसी लंदन एंड पार्टनर्स (एल एंड पी) की ओर से जारी एक संबंधित अध्ययन में कहा गया है कि शहर में जिन विदेशी छात्रों का दबदबा है। उनमें भारतीय विद्यार्थी भी शामिल हैं। एल एंड पी ने कहा कि 2016-17 के दौरान लंदन में भारतीय छात्रों की संख्या 4,545 रही। जो ब्रिटेन में पढ़ाई कर रहे कुल भारतीय विद्यार्थियों का 26 प्रतिशत है। लंदन में छात्रों की संख्या के लिहाज से भारत का स्थान चीन, अमेरिका और इटली के बाद आता है।
लंदन यूनिवर्सिटी पढ़ाई व्यापार और नवोन्मेष के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ
लंदन के मेयर सादिक खान ने कहा, हमारे पास किसी भी अन्य शहर के मुकाबले अधिक शीर्ष विश्वविद्यालय और विदेशी छात्र भी हैं और मैं चाहता हूं कि यह कायम रहे। उन्होंने कहा लंदन में पढ़ाई व्यापार करने और नवोन्मेष के लिहाज से सर्वश्रेष्ठ स्थान है और शहर के सभी लोगों को इन मौकों का फायदा उठाना चाहिए।