लखनऊ। पूरे प्रदेश के डिजिटलाइजेशन ने लखनऊ ने प्रथम स्थान हासिल कर लिया है।सोमवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन की समीक्षा की गई।जिसमें स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलाइजेशन में लखनऊ ने पूरे प्रदेश में पहला स्थान हासिल का लिया है। वहीं सीएमके डा. मनोज अग्रवाल ने इस उपलब्धि पर खुशी जाहिर की और नोडल अधिकारी सहित इस प्रक्रिया से जुड़े सभी लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि एबीडीएम के सफलता के लिए जिले से लेकर ब्लॉक तक के सभी अधिकारियों और स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को कई चरणों में प्रशिक्षण दिया गया।
इसको अपनाने के लिए निजी चिकित्सकों के साथ ऑनलाइन और ऑफ़लाइन बैठक की गयी। तहसील स्तरीय अस्पतालों के साथ हॉस्पिटल मैनेजमेंट इनफॉर्मेशन सिस्टम को एक्टिव करने और एबीडीएम अपनाने के लिए बैठकें की गईं। एबीडीएम के नोडल अधिकारी डा. एपी सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलाइजेशन की प्रक्रिया शुरू होने से लेकर अब तक 110,000 से अधिक आयुषमान भारत हेल्थ एकाउंट (आभा) नंबर बनाए गए, 297 हेल्थ केयर प्रोफेशनल पंजीकृत किए गये, 16.50 लाख लोगों का हेल्थ रिकॉर्ड आभा नंबर से लिंक किया गया और 92,000 से अधिक टोकन स्कैन किए गए व बनाए गए।
इन सभी सेवाओं में जनपद ने पहला स्थान प्राप्त किया है।जिसमें ई- संजीवनी के तहत लगभग 1.48 लाख लोगों का टेली कंसल्टेशन के माध्यम से इलाज किया गया।इसके अलावा लगभग 246 निजी अस्पतालों ने एबीडीएम के तहत अपना पंजीकरण करवाया।