भोपाल के हबीबगंज स्टेशन का नाम रानी कमलापति रेलवे स्टेशन करने के बाद अब शिवराज सरकार ने एक और ऐतिहासिक इमारत का नाम बदल दिया है. अब मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मिंटो हॉल का नाम बदलकर कुशाभाऊ ठाकरे हॉल कर दिया है.
नवाब के मेहमान जब भोपाल आते थे, तो उन्हें कहां रुकवाया जाए, यह बड़ा सवाल होता था. इसलिए छोटे तालाब के किनारे इस हॉल का निर्माण किया गया था. जहां तालाब से आती ठंडी हवा के कारण मेहमानों को गर्मी के मौसम में भी तकलीफ नहीं होती थी.
मिंटो हॉल, वायसराय लॉर्ड मिंटो के भोपाल आने के दौरान बनना शुरू हुआ था. इसकी नींव लॉर्ड मिंटो ने 12 नवंबर 1909 में रखी थी और उन्हीं के नाम पर इस इमारत का नाम मिंटो हॉल पड़ा था.
शिवराज सरकार ने मिंटो हॉल का करीब 60 करोड़ रुपये से जीर्णोद्धार करवाया था. फिलहाल यहां एमपी टूरिज़्म का रेस्टोरेंट और सभागार गृह है, जहां शासकीय कार्यक्रम होते हैं.