उत्तर प्रदेश में सरकार बनाने के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व की सपा पर यूपी में विकास न करने के आरोप लगाए थे। उस दौरान भाजपा ने जनता से ये कहकर वोट बटोरे थे कि उनकी सरकार राज्य विकास की गंगा बहा देगी और प्रदेश में व्याप्त जंगलराज को हटवा देगी। योगी सरकार बने हुए आज तकरीबन डेढ़ साल हो गया हैं। योगी सरकार Yogi government में घोटालों का सिलसिला इस कदर व्याप्त है कि खुद उनके मंत्री और विधायकों ने ही सरकार के कामकाज पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए आरोप लगाना शुरू कर दिया है।
भाजपा सांसद ने Yogi government में भ्रष्टाचार का खुलासा
ताज़ा मामला यूपी के चित्रकूट जिले का है जहाँ पर सड़कों का निर्माण करवाने के नाम पर योगी के मंत्री अपनी जेब में पैसें डाल रहे हैं। इस घोटाले को उजागर खुद भाजपा के एक मंत्री ने किया है। भाजपा सांसद भैरो प्रसाद मिश्रा ने सीएम योगी को लिखे एक पत्र में भ्रष्टाचार का खुलासा करते हुए दोषियों के खिलाफ कार्यवाई की मांग किया है।
विभागीय अफसर आपस में बंदरबाट
सीएम योगी आदित्यनाथ ने मार्च 2017 में यूपी में सड़कों को गड्ढामुक्त करने की घोषणा की थी।उस दौरान सीएम योगी ने कहा था कि 15 जून तक एक लाख 21 हजार से अधिक किलोमीटर सड़कों को गड्ढामुक्त किया जाएगा। लेकिन तय समय में प्रदेश की सड़के गड्डा मुक्त नहीं हो सकीं। क्योंकि इस काम को करने के लिए मिली धनराशि का विभागीय अफसर आपस में बंदरबाट करने में जुट गए।
पीडब्यूडी ने की खानापूर्ति
सड़कों को गड्ढामुक्त करने के नाम पर पीडब्यूडी ने महज खानापूर्ति की। इस मामले में सांसद भैरों प्रसाद मिश्रा ने मुख्यमंत्री को संबोधित एक पात्र में लिखा उनके संसदीय क्षेत्र बांदा और चित्रकूट में करोड़ों रुपये का घोटाला हुआ है। विभागीय अफसरों ने सड़कों को गड्ढामुक्त करने के नाम पर केवल लेपन कराया गया और कहीं-कहीं पर गड्ढों में सिर्फ तारकोल भरवा कर खानपूर्ति की गई है।
उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं कुर्सीमुक्त !
उन्होंने कहा फर्जी ठेकेदारों के जरिए भुगतान दिखाया जा रहा,इन घोटालों में विभागीय अफसरों की 50 प्रतिशत की हिस्सेदारी हैं। इस विभाग के मुखिया उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य हैं।सांसद भैरो प्रसाद मिश्र ने मुख्यमंत्री से गड्डामुक्त के लिए चुनी गई सभी सड़को पर हुए काम की जांच करवाने के बाद घोटालेबाज अफसरों से भरपाई किये जाने मांग भी पत्र में लिखी है। भाजपा सांसद की इस चिट्ठी के बाद से रानीतिक गलियारों में चर्चा आम है कि कही गड्ढामुक्त सड़को की काली कामयी के चक्कर में उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या को ही कुर्सीमुक्त ना कर दिया जाये।