मथुरा। Mathura में खाद्य सुरक्षा अधिकारी बनकर एक व्यापारी से छापेमारी के नाम पर वसूली करने आए एक युवक को व्यापारियों ने पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। बाद में उसे अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया। उसके तीन अन्य साथी फरार हो गए।
Mathura पुलिस के अनुसार
मथुरा Mathura पुलिस के अनुसार प्रकाश नगर इलाके में खान-पान की वस्तुओं का कारोबार करने वाले गौरव वर्मा के यहां कार एवं एक बाइक पर सवार होकर चार युवक पहुंचे। उन्होंने खुद को खाद्य विभाग का अधिकारी बताते हुए फोटोग्राफी एवं वीडियोग्राफी शुरू कर दी।
वर्मा ने उनसे छापेमारी का कारण जानना चाहा तो वे उसे धमकाने लगे कि उन्हें गड़बड़ी के बारे में सब मालूम है। उन्होंने कहा कि उनके बाद जीएसटी, आयकर व अन्य विभागों की भी टीमें यहां पहुंचने वाली हैं। तब तुम्हारी सब पोल खुल जाएगी। थोड़ी ही देर में एक अन्य युवक बाइक पर पहुंचा और लेन-देन कर मामला निपटाने की बात करने लगा।
प्रभारी कोतवाल विकास तोमर ने बताया कि संबंधित व्यक्ति ने पहले 40 हजार रुपये और फिर 15 हजार रुपए में मामला निपटाने की बात कही। बात बनने पर वह रुपए लेकर चला गया। तब तक किसी व्यापारी ने जनपद के मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीके राठी को फोन कर मामले की जानकारी दे दी। उन्होंने सुवीर नाम के एक आरोपी से बात की और उसे फर्जी बताया तथा व्यापारियों से उसे पकड़कर पुलिस के हवाले कर देने को कहा। इस पर व्यापारी उसे पुलिस चौकी ले गए।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि पकड़े जाने के बाद भी आरोपी खुद को असली फूड इंस्पेक्टर बताता रहा। यहां तक कि वह खाद्य सुरक्षा अधिकारी देवराज सिंह, मुख्य खाद्य सुरक्षा अधिकारी वीके राठी तथा जिला अभिहित अधिकारी चंदन पाण्डेय को हड़काने से भी नहीं चूका।