उत्तर प्रदेश के शामली जिले के एक मदरसे में करनाल की किशोरी से दुराचार का मामला सामने आने के बाद जिले में हड़कंप मचा हुआ है। डीएम और एसपी के निर्देश पर एसडीएम और सीओ मदरसे में पहुंचे और छात्राओं के बयान दर्ज किए। यहां पर 100 से अधिक छात्राएं शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। किशोरी से बलात्कार के मामले में कई बड़े खुलासे हुए हैं। वहीं जांच के दौरान मदरसे का भी रजिस्ट्रेशन नहीं मिला है।
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पुलिस अधिकारियों के अनुसार सीओ, एसडीएम और सीडब्ल्यूसी के अधिकारियों ने छात्राओं के बयान लिए। छात्राओं ने अन्य के साथ यौन उत्पीड़न की बात से इनकार किया है। फिर भी जांच की जा रही है। रजिस्ट्रेशन न मिलने के संबंध में संबंधित अधिकारियों को कहा गया है। स्थानीय पुलिस भी आरोपी मौलवी की तलाश में जुट गई है। जल्द आरेापी मौलवी को पकड़ने का दावा किया है।
क्षेत्र के एक मदरसे में करनाल की रहने वाली किशोरी के साथ मदरसे के मौलाना द्वारा दुराचार करने के मामले में आरोपी मौलवी अभी भी पुलिस की पकड़ से दूर है। जिला दिव्यांग सशक्तिकरण अधिकारी अंशुल कुमार मामले की जांच करने के लिए मदरसे में पहुंचे और वहां पर पढ़ने वाली कई छात्राओं के बयान दर्ज किए। कहा कि पुलिस की रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल करनाल की रहने वाली किशोरी ने वीडियो वायरल कर शामली के एक मदरसे के मौलवी पर दुष्कर्म का आरोप लगाया था। पीड़िता ने वीडियो वायरल कर आरोपी मौलाना के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। पीड़िता के परिजनों की शिकायत पर करनाल के महिला थाने में आरोपी मौलवी के खिलाफ जीरो एफआईआर दर्ज की गई थी।
करनाल पुलिस ने बताया कि आरोपी की तलाश में शामली में दबिश दी जा रही है। जल्द ही शामली पुलिस से भी आरोपी को पकड़ने के लिए सहयोग मांगा जाएगा। अंशुल कुमार ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कई छात्राओं के बयान लिए गए हैं। पुलिस की कार्रवाई का भी इंतजार है।
इस मामले की सूचना जब करनाल के बाल कल्याण समिति को मिली तो टीम शामली पहुंची, जिनके समक्ष पीड़ित नाबालिग ने आपबीती बयां की। इसके बाद टीम नाबालिग को अपने साथ करनाल ले गई। करनाल में उसका मेडिकल कराने के बाद महिला थाने में आरोपी मौलवी के खिलाफ शिकायत दी गई, जिस पर पुलिस ने जीरो एफआईआर दर्ज की है। आरोप है कि जब नाबालिग किशोरी ने मौलवी की हरकतों का विरोध किया तो उसे बुरी तरह पीटा गया। मौलवी उसके साथ गलत हरकत करता रहा। नाबालिग किशोरी मदरसे से निकलना चाहती थी, लेकिन मौलवी उसे बाहर नहीं निकलने देता था।