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8वें आयुर्वेद दिवस पर मंडलीय चिकित्सालय में चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

• “Ayurveda for One Health” की थीम पर आधारित रहा शिविर

लखनऊ। 8वें आयुर्वेद दिवस के अवसर पर भारतीय रेलवे की सहभागिता के अनुक्रम में उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल द्वारा अपनी सशक्त भूमिका का निर्वहन करते हुए आज को लखनऊ स्थित मंडलीय चिकित्सालय में “Ayurveda for One Health” की थीम पर आधारित एक आयुर्वेद चिकित्सा शिविर का आयोजन मंडल के प्रभारी मुख्य चिकित्सा अधीक्षक, डॉ. कमल किशोर की उपस्थिति में प्रातः 11:00 बजे से अपरान्ह 15:00 बजे तक किया गया।

8वें आयुर्वेद दिवस पर मंडलीय चिकित्सालय में चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

इस शिविर में अनुभवी एवं कुशल आयुर्वेद चिकित्सक, डॉ राजेश शुक्ला द्वारा रोगियों को विभिन्न रोगों के निवारण हेतु परामर्श देते हुए उनकी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का समाधान किया गया एवं आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति के लाभों से अवगत कराया गया तथा इस प्राचीनतम एवं सर्वमान्य चिकित्सा पद्धति को अपनाकार रोगों के उपचार हेतु प्रेरित किया गया।

आज के इस शिविर में कुल 61 रेलकर्मी एवं उनके आश्रित सदस्य आयुर्वेदिक परामर्श और दवाईयां प्राप्त कर लाभान्वित हुए। इसी क्रम में कल दिनांक 10 नवम्बर 2023 को इस आयुर्वेद शिविर का आयोजन हजरतगंज स्थित मंडलीय कार्यालय में प्रातः 11:00 बजे से अपरान्ह 15:00 बजे तक किया जाएगा।

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आयुर्वेद दिवस का आयोजन प्रतिवर्ष धनतेरस के दिन किया जाता है। यह तिथि भारतीय चिकित्सा पद्धति आयुर्वेद के पितामह धन्वंतरि के जन्मदिन के रूप में मनाई जाती है। धन्वंतरि आयुर्वेद के जीवंत सिद्धांतों के प्रवक्ता माने जाते हैं और उन्हें चिकित्सा के देवता के रूप में पूजा जाता है।

आयुर्वेद भारतीय इतिहास की सबसे पुरानी और सर्वमान्य प्रलेखित चिकित्सा प्रणाली है। इसका समग्र दृष्टिकोण 21वीं सदी में भी प्रचलित है।यह उपचार प्रणाली शरीर, मन और आत्मा के बीच संतुलन बनाए रखते हुए रोगों की रोकथाम करती है।

8वें आयुर्वेद दिवस पर मंडलीय चिकित्सालय में चिकित्सा शिविर का हुआ आयोजन

आयुर्वेदिक उपचार पांच तत्वों या दोषों को संतुलित करने पर केंद्रित है। दुनिया भर में इस प्राचीन उपचार प्रणाली को बढ़ावा देने के लिए, केंद्रीय आयुष मंत्रालय ने 28 अक्टूबर 2016 को राष्ट्रीय आयुर्वेद दिवस की शुरुआत की। आयुर्वेद को भारत की स्वास्थ्य देखभाल प्रथाओं का एक अभिन्न अंग माना जाता है। इस पारंपरिक उपचार प्रपत्र को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मान्यता प्राप्त है।

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आयुर्वेदिक दवाएं मानव शरीर को बीमारियों और शारीरिक दर्द से मुक्त रखने में मदद करती हैं। मान्यता है कि आयुर्वेद विज्ञान मानसिक, भावनात्मक, शारीरिक, आध्यात्मिक और समग्र कल्याण को बढ़ावा देता है।

रिपोर्ट-दया शंकर चौधरी

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