विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी 16 से 23 अगस्त तक नॉर्वे, आइसलैंड और माल्टा की यात्रा पर रहीं। इस यात्रा के दौरान व्यापार, निवेश और ऊर्जा सहयोग के विषयों पर चर्चा की गयी। ये यात्रा कई वजहों से एहम रही जहाँ मंत्री मीनाक्षी लेखी ने विदेश मामलों के मंत्रालय में सचिव, माल्टा के राष्ट्रपति, विदेश मामलों के मंत्रियों और अधिकारीयों के साथ निवेश, पर्यटन, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान करने पर चर्चा की।
नॉर्वे की यात्रा रही एहम, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर हुई बैठक: नॉर्वे की अपनी यात्रा (16-18 अगस्त) के दौरान, MoS ने विदेश मामलों के मंत्री एनीकेन हुइटफेल्ड से मुलाकात की और टॉर हैट्रेम, महासचिव, साथ ही नॉर्वे के विदेश मामलों के मंत्रालय में राज्य सचिव, एर्लिंग रिमेस्टैड से मुलाकात की। इन बैठकों के दौरान व्यापार और निवेश में सहयोग, अर्थव्यवस्था, ऊर्जा, आर्कटिक क्षेत्र, सांस्कृतिक और लोगों के बीच संबंधों पर चर्चा हुई। साथ ही आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा हुई।
आइसलैंड में बदलती दुनिया में भारत की भूमिका पर बोलीं मीनाक्षी लेखी: विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी ने 19-20 अगस्त को आइसलैंड का दौरा किया। यात्रा के दौरान, MoS ने विदेश मामलों के मंत्री थोरडिस कोलब्रुन गिल्फादोतिर से मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों के साथ-साथ क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर विचारों का आदान-प्रदान किया। इस दौरान दोनों पक्ष मात्स्यिकी, भू-तापीय ऊर्जा, नवाचार, व्यापार और निवेश, पर्यटन, संस्कृति और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान बढ़ाने में सहयोग बढ़ाने पर सहमत हुए।
उन्होंने आइसलैंड की संस्कृति और व्यापार मामलों की मंत्री लिलजा अल्फ्रेडडॉटिर से भी मुलाकात की और योग, फिल्म, संगीत, प्रदर्शन कला और पर्यटन में सहयोग बढ़ाने पर चर्चा की। MoS ने आइसलैंड की संसद के अध्यक्ष बिरगीर अरमानसन से भी मुलाकात की और दोनों देशों के बीच संसदीय सहयोग पर चर्चा की। मीनाक्षी लेखी ने “बदलती दुनिया में भारत की भूमिका- भारत@75” विषय पर आइसलैंड विश्वविद्यालय को संबोधित किया।
माल्टा के राष्ट्रपति से की मुलाकात: 21-23 अगस्त तक माल्टा की अपनी यात्रा के दौरान, केंद्रीय मंत्री ने माल्टा के राष्ट्रपति जॉर्ज वेला से मुलाकात की और विदेश मंत्री इयान बोर्ग से मुलाकात की। उन्होंने क्लेटन बार्टोलो, पर्यटन मंत्री और डॉ० ओवेन बोन्निसी, राष्ट्रीय विरासत, कला और स्थानीय सरकार के मंत्री से भी मुलाकात की। दोनों पक्षों ने द्विपक्षीय संबंधों, विशेष रूप से व्यापार और निवेश, समुद्री सहयोग, सौर ऊर्जा, फिल्म, पर्यटन और संस्कृति पर विस्तृत चर्चा की। माल्टीज़ पक्ष ने मुख्य रूप से फार्मास्यूटिकल्स और आईसीटी क्षेत्रों में माल्टा में मौजूद 112 भारतीय कंपनियों के योगदान की सराहना की। स्वास्थ्य और फिनटेक क्षेत्रों की पहचान भविष्य के सहयोग के क्षेत्रों के रूप में की गई। दोनों पक्षों ने आपसी हित के क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। लेखी ने मेडिटेरेनियन एकेडमी ऑफ डिप्लोमैटिक स्टडीज के निदेशक और बोर्ड के सदस्यों के साथ भी बातचीत की, जिसका सुषमा स्वराज इंस्टीट्यूट ऑफ फॉरेन सर्विस के साथ एक समझौता ज्ञापन है और दोनों देशों के राजनयिक संस्थानों के बीच सहयोग बढ़ाने के तरीकों पर चर्चा की।
रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी