लखनऊ विश्वविद्यालय ने अपने शताब्दी वर्ष समारोह में अनेक आयाम शामिल किए है। इनके माध्यम से कई प्रकार के सन्देश देने के प्रयास किये जा रहे है। राज्यपाल इस विश्वविद्यालय की कुलाधिपति है। विश्वविद्यालय और राजभवन के बीच बहुत दूरी भी नहीं है। गत दिवस कुलाधिपति आनन्दी बेन पटेल शताब्दी दीक्षांत समारोह में शामिल होने विश्वविद्यालय गई थी। यहां उन्होंने प्रेरणादायक व्याख्यान दिया था। आज कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय के साथ दो सौ लोग पदयात्रा करते हुए राजभवन पहुंचे।
इस प्रकार फिट इंडिया का भी सन्देश दिया गया। वैसे भी प्रतिदिन प्रातः विश्वविद्यालय में योग शिविर का आयोजन किया जा रहा है। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने लखनऊ विश्वविद्यालय के शताब्दी दिवस समारोह के अवसर पर कुलपति प्रो आलोक कुमार राय के नेतृत्व में राजभवन पहुंचे दो सौ लोगों के दल को सम्बोधित किया। कहा कि योग, खेल एवं शारीरिक अभ्यास को अपने जीवन का हिस्सा बनायें। प्रतिदिन सुबह टहलने का नियम बनायें।
इसे अपने जीवन में शामिल करें। लखनऊ विश्वविद्यालय की सौ वर्ष की यात्रा है, इसे यादगार बनायें। बच्चों को उनकी प्रतिभा का एहसास करायें। साथ मिलकर कार्य करें तथा एक दूसरे के गुणों को स्वीकार करें, तभी देश आगे बढ़ेगा। प्रधानमंत्री श नरेन्द्र मोदी जी ने अपनी विशिष्ट क्षमता से देश को विश्व में ऊंचा स्थान दिलाया है। साथ मिलकर कार्य करने से विश्वविद्यालय भी आगे बढ़ेगा। कुलाधिपति ने कहा कि विश्वविद्यालय में छात्र छात्राओं के लिए विविधि कार्यक्रमों का आयोजन होने चाहिए। विद्यार्थियों को शैक्षणिक यात्रा पर लें जायें। यात्रा से संबंधित सभी आवश्यक तैयारियाँ करने का उन्हें अवसर दें। नया जानने,सीखने और करने में शिक्षक सहयोग एवं मार्गदर्शन करें।
इससे छात्र छात्राओं में आत्मविश्वास की भावना तथा नेतृत्व का गुण विकसित होगा। विश्वविद्यालय में ऐसा वातावरण निर्मित करें कि पिछड़े क्षेत्रों से आने वाले बच्चे बिना तनाव के अपनी पढ़ाई कर सके। विश्वविद्यालय पदयात्रा दल में कुलपति प्रो आलोक कुमार राय सहित शिक्षक तथा विद्यार्थीगण सम्मिलित थे। राज्यपाल ने पदयात्रा पद को राजभवन के बाग बगीचे, उद्यान गौशाला घूमने हेतु भी आमंत्रित किया।
डॉ. दिलीप अग्निहोत्री