देश में अगले 6 महीने में मोबाइल सेवायें महंगी हो जायेंगी, इस बात के संकेत देश की बड़ी टेलिकॉम कंपनी भारती एयरटेल के चेयरमैन सुनील भारती मित्तल ने दिये हैं. उन्होंने कहा कि इतनी कम दर पर डेटा मिलना टेलिकॉम इंडस्ट्री के लिए सतत नहीं है.
सोमवार को सुनील मित्तल ने कहा कि हर महीने 16 जीबी डेटा के लिए केवल 160 रुपये खर्च करना एक ट्रैजेडी है. उन्होंने सोमवार को एक इवेंट में कहा कि आप हर महीने इसी कॉस्ट पर 1.6 जीबी डेटा खर्च कीजिए या आप इससे ज्यादा देने के लिए तैयार रहिए. हम अमेरिका या यूरोप की तरह 50 से 60 डॉलर की मांग नहीं कर रहे हैं, लेकिन निश्चित रूप से 16 जीबी डेटा के लिए 2 डॉलर पर्याप्त नहीं है.
उन्होंने यह भी कहा कि उम्मीद है कि डिजिटल कॉन्टेन्ट कंज्म्पशन के लिए अगले 6 महीने में औसतन प्रति यूजर रेवेन्यू 200 रुपये से ज्यादा हो सकता है. एआरपीयू के जरिए टेलिकॉम कंपनियां प्रति महीने एक यूजर से प्राप्त होने वाले रेवेन्यू का पता लगाती हैं.
उन्होंने कहा कि हमें 300 रुपये एआरपीयू की जरूरत है, जिसमे लोवर एंड 100 रुपये का होगा और पर्याप्त डेटा भी उपलब्ध होगा. लेकिन अगर टीवी देखने, फिल्में देखने, एंटरटेनमेंट या अन्य स्पेशल सर्विस नेटवक्र्स के लिए आपको ज्यादा खर्च करना होगा.
मित्तल ने कहा कि मुश्किल समय में भी टेलिकॉम ऑपरेटर्स ने देश को अपनी सर्विस मुहैया कराई है. इंडस्ट्रीज को 5 में निवेश करना है, ऑप्टिकल फाइबर्स और सबमरीन केबल्स लगाने आदि पर खर्च करना है. इंडस्ट्री को सतत बनाने के लिए अगले 5 से 6 महीने में आप एआरपीयू में सॉलिड बढ़ोतरी देखेंगे. इस सेक्टर में अभी 2 से 3 प्लेयर्स हैं. भारत कीमतों को लेकर हमेशा सचेत रहने वाला बाजार है. अगले 6 महीने में हम निश्चित ही 200 रुपये एआरपीयू के मार्क को पार कर जाएंगे. अगर यह 250 रुपये तक पहुंचता है तो और भी बेहतर होगा.