राजस्थान में मानसून पूरी तरह से सक्रिय है। अजमेर,कोटा, सीकर और उदयपुर सहित कई जिलों में झमाझम बरसात हुई है। मौसम विभाग केंद्र जयपुर के अनुसार प्रदेश में एक सप्ताह तक मानसून सक्रिय रहेगा।
अजमेर में तेज बरसात से रेलवे स्टेशन और अलवर गेट थाने सहित निचली बस्तियों में गलियों औऱ घरों में चार से पांच फीट तक पानी भर गया है। यहां पर 48.2 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई। मंगलवार को कोटा में करीब पौन घंटे तक बरसात हुई। कोटा बैराज के 2 गैट 4-4 फीट खोलकर 9930 क्यूसेक पानी की निकासी की जा रही है। वहीं उदयपुर जिले जयसंमद में 50 और वल्लभनगर में 20 मिमी बरसात हुई है।
राजस्थान में सक्रिय मानसून के चलते मंगलवार शाम किसी भी समय चूरू, अजमेर, जोधपुर, नागौर और बीकानेर में भारी बारिश का दौर शुरू हो सकता है। मौसम विभाग की माने तो 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं भी चल सकती हैं। जबकि बांसवाड़ा, डूंगरपुुर, प्रतापगढ़, उदयपुर, राजसमंद, भीलवाड़ा, पाली, झालावाड़, चित्तौड़गढ़, बारां, कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, करौली, धौलपुर, दौसा, जयपुर, भरतपुर, अलवर, सीकर, झुंझुनूं, हनुमानगढ़ और श्रीगंगानगर में मध्यम दर्जे की बारिश की संभावना जताई जा रही है।
मौसम विभाग के अधिकारियों के अनुसार बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बन रहा है और आने वाले 48 घंटों के दौरान मानसून की गतिविधियों में बढ़ोतरी होगी। ऐसे में माना जा सकता है कि राजस्थान के कई जिलों में भारी से अति भारी बारिश हो सकती है और कुछेक जगह बाढ़ के हालात भी बन सकते हैं। उससे पहले चक्रवाती परिसंचरण तंत्र के प्रभाव से अच्छी बारिश दर्ज होगी।
राजस्थान में बन रहे सारे सिस्टम सक्रिय मानसून के लिए फेबरेवल हैं और आगामी दिनों में बारिश में बढ़ोतरी दर्ज होगी। अगले 48 घंटों के भीतर बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र विकसित होगा, जिसके चलते 21, 22 और 23 जुलाई को राजस्थानभर में भारी से अति भारी बारिश दर्ज होगी। कहा जा सकता है कि जुलाई के अंतिम 10 दिनों में भी बारिश का आंकड़ा बेहतर रहेगा। उधर, कम दबाव का क्षेत्र बनने के बाद राजस्थान में सप्ताहभर तक बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है।