लंबे इंतजार के बाद मध्य और पश्चिम भारत के ज्यादातर राज्यों में मानसून की वापसी हुई है. मध्य प्रदेश, गुजरात, महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ में 2-3 दिन से लगातार बरसात दर्ज की जा रही है.
इसके अलावा दक्षिण और पूर्वी भारत के राज्यों में भी मानसून की बरसात में सुधार होता नजर आ रहा है. इन सभी राज्यों में मानसून की वापसी से पूरे मानसून सीजन में बरसात की कमी का आंकड़ा भी घटने लगा है. 2 दिन पहले तक देशभर में बरसात की कमी का आंकड़ा 11 फीसद के पार पहुंच गया था लेकिन अब यह कमी 10 फीसद बची है. संभावना है कि आगे चलकर मानसून की स्थिति में और सुधार होगा जिससे बरसात की कमी की भरपाई होने में मदद मिलेगी.
मौसम विभाग के मुताबिक शनिवार को महाराष्ट्र में 24.3 मिलीमीटर, मध्य प्रदेश में 23.4 मिलीमीटर, गुजरात में 10.9 मिलीमीटर और छत्तीसगढ़ में 8.1 मिलीमीटर बरसात दर्ज की गई है. इसके अलावा बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, और केरल में भी सामान्य के मुकाबले अधिक बरसात देखने को मिली है. शनिवार 9 सितंबर को पूरे देश में औसतन 9.4 मिलीमीटर बरसात हुई जबकि सामान्य तौर पर 6.1 मिलीमीटर बारिश होती है. मौसम विभाग ने अपने अनुमान यह भी कहा है कि शनिवार और रविवार को पूर्वी राजस्थान, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में कुछ जगहों पर भारी से बहुत भारी बरसात हो सकती है.
आधिकारिक तौर पर मानसून सीजन खत्म होने में अब लगभग 20-21 दिन बचे हैं, 30 सितंबर को सीजन खत्म हो जाएगा. मौसम विभाग ने सितंबर के दौरान देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य के मुकाबले कम बरसात का अनुमान लगाया है. और सितंबर का पहले हफ्ते के दौरान देश में बरसात की भारी कमी हुई भी है. संभावना जताई जा रही है कि बाकी बचे सितंबर के दौरान बरसात की स्थिति में कुछ सुधार होगा, ऐसा हुआ तो खेतों में खड़ी खरीफ फसल को तो सहारा मिलेगा ही, साथ में रबी की फसल के लिए भी जमीन में नमी बढ़ जाएगी.