
भारत के लगभग 1,500 पैरा एथलीट मंगलवार से चेन्नई के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में शुरू हो रही 23वीं राष्ट्रीय पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में खिताब के लिए चुनौती पेश करेंगे। चेन्नई पहली बार इस चैंपियनशिप की मेजबानी करेगा जिसमें 30 टीम के रिकॉर्ड 1,476 पैरा एथलीट 155 स्पर्धाओं में प्रतिस्पर्धा करेंगे जिससे यह देश के सबसे बड़े पैरा एथलेटिक्स आयोजनों में से एक होगा।
इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रमुख एथलीटों में सुमित अंतिल (भाला फेंक), मनोज सबापति (व्हीलचेयर रेसिंग), मनोज सिंगराज (गोला फेंक), मरियप्पन थंगावेलु (ऊंची कूद), मुथु राजा (गोला फेंक), होकाटो सेमा (गोला फेंक), नवदीप सिंह (भाला फेंक), और योगेश कथुनिया (चक्का फेंक) शामिल हैं। भारतीय पैरालंपिक समिति (पीसीआई) के अध्यक्ष देवेंद्र झझारिया ने एक विज्ञप्ति में कहा कि उन्हें विश्वास है कि चेन्नई में होने वाली यह चैंपियनशिप भारत में पैरा एथलेटिक प्रतियोगिताओं के लिए नए मानक स्थापित करेगी।
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उन्होंने कहा कि 155 स्पर्धाओं में भाग लेने वाले 1,476 पैरा एथलीट की मौजूदगी में यह टूर्नामेंट देश में पैरा खेलों के तेजी से विकास और बढ़ती प्रतिस्पर्धा को दर्शाता है। विश्व स्तरीय सुविधाओं और समावेशिता के प्रति प्रतिबद्धता के साथ हम भारतीय पैरा एथलेटिक्स के लिए एक नए युग के साक्षी बन रहे हैं। यह प्रतियोगिता तमिलनाडु सरकार द्वारा समर्थित है और उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन के मार्गदर्शन में प्रतियोगिता का आयोजित किया जा रहा है जो राज्य के खेल मंत्री भी हैं।
तमिलनाडु पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन के अध्यक्ष चंद्रशेखर राजन ने कहा कि तमिलनाडु सरकार का अटूट समर्थन इस आयोजन को सफल बनाने में सहायक रहा है। यह चैंपियनशिप न केवल असाधारण प्रतिभा को प्रदर्शित करती है, बल्कि देश भर में पैरा-एथलीटों को सशक्त बनाने की हमारी प्रतिबद्धता को भी मजबूत करती है।