![रिपोर्ट-डॉ. दिलीप अग्निहोत्री](https://samarsaleel.com/wp-content/uploads/2020/07/87c0ff83-61e0-4c10-8101-06993295b414-e1594127703705-300x239.jpg)
लखनऊ के कमांड हॉस्पिटल की प्रतिष्ठा राष्ट्रीय स्तर पर है। लेकिन इसका भवन बहुत पुराना हो गया है। ऐसे में पिछले कई दशक से नए भवन के निर्माण की आवश्यकता महसूस की जा रही थी। लेकिन यूपीए सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया। अनेक लम्बित योजनाओं की तरह इसको भी पूरा करने का दायित्व वर्तमान सरकार उठा रही है। इसके लिए लखनऊ में भूमिपूजन किया गया।
इसमें रक्षामंत्री राजनाथ सिंह,मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और थल सेना प्रमुख एमएम नरवणे भी मौजूद रहे, सहभागी रहे। राजनाथ सिंह ने कहा कि न्यू कमांड अस्पताल की बात करीब बीस वर्षों से चल रही थी। कई कारणों से निर्माण कार्य टलता रहा। अब सभी बाधाएं दूर कर दी गई हैं। यहां लगे पेड़ों को रिलोकेट किया जा रहा है,यह अच्छी बात है।
कोरोना आपदा व वैक्सीन
यह सांयोग था कि न्यू कमांड हॉस्पिटल का भूमि पूजन कोरोना वैक्सिनेशन के दिन आयोजित हुआ। राजनाथ सिंह व योगी आदित्यनाथ ने इसका उल्लेख भी किया। राजनाथ सिंह ने कहा कि कोरोना आपदा आने के साथ ही निपटने के प्रयास शुरू कर दिए गए थे। प्रधानमंत्री लगातार बैठक करते थे। शुरू में लैब थीं,आज हजार से ज्यादा हैं। मास्क,पीपीई किट नहीं थीं। अब मास्क,वेंटिलेटर बनाकर देश ही नहीं दूसरे देशों को एक्सपोर्ट भी कर रहे हैं।
डॉक्टर्स,पैरा मेडिकल स्टाफ ने जोखिम न उठाया होता तो सारा इंफ्रास्ट्रक्चर धरा रह जाता। ये फ्रंट लाइन सोल्जर रहे। दो वैक्सीन स्वदेशी बनाई हैं,चार और आने वाली हैं। भारत अपनी नहीं पूरी दुनिया की चिंता करता है। योगी आदित्यनाथ ने आश्वस्त किया कि रक्षा और सिविल प्रशासन इस पूरी व्यवस्था को आगे बढ़ाने में मदद करेगा।
सिविल प्रशासन से रक्षा सेनाओं को जो भी अपेक्षा होगी उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि दस महीनों से पूरी दुनिया जिस महामारी से त्रस्त थी, उसके खिलाफ टीकाकरण शुरू हो गया है। न्यू कमांड अस्पताल के कार्यक्रम से खुशी दोहरी हुई है। भारत की सेना दुनिया मे शौर्य और पराक्रम के लिए जानी जाती है। सेना की जरूरतों की पूर्ति के लिए केंद्र सरकार ने हर प्रकार से सुविधा दी है।
स्वास्थ्य सेवा की महत्ता हम समझते हैं। लखनऊ में नई कमांड अस्पताल की जरूरत समझते हैं। भूमि पूजन समारोह में सेनाध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे भी मौजूद रहे। यह हॉस्पिटल नर्सिंग और डेंटल कॉलेज की तरह काम करेगा। इसमें सात सौ अट्ठासी बेड होंंगे,जिसमें सौ इमरजेंसी बेड अलग से होंगे। इससे छह लाख जवान और परिवार को फायदा मिलेगा।