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नो स्मोकिंग डे (9 मार्च) पर विशेष : अपने और अपनों के स्वाथ्य के लिए धूम्रपान और तम्बाकू उत्पादों से रहें दूर- डॉ. राधावल्लभ

जब एक व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह जाने-अनजाने अपने आसपास के लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है। धूमपान से निकला धुआं दूसरों के फेफड़ों में भी पहुँच जाता है। जब कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो उसे फर्स्ट हैण्ड स्मोकिंग कहते हैं, और जब किसी व्यक्ति के धूम्रपान से निकला धुआँ दूसरे व्यक्ति के शरीर में जाता है तो उसे सेकेंड हैण्ड स्मोकिंग कहते हैं।- डॉ. राधावल्लभ

  • Published by- @MrAnshulGaurav Written by- ShivPratapSinghSengar
  • Tuesday, 08 Febraury, 2022

सुल्तानपुर। धूम्रपान की लत किसी भी व्यक्ति के लिए हानिकारक है। लोग इस बारे में जानते हुए भी धूम्रपान या धूम्र रहित तम्बाकू उत्पादों का सेवन करते हैं। राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस (नेशनल नो स्मोकिंग डे) पर तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी डॉ. राधावल्लभ ने बताया- “यह आदत व्यक्ति को सीधे तौर पर स्वयं तो हानि पहुंचाती ही है, दूसरों को भी न चाहते हुए इसका शिकार होना पड़ता है।”

उन्होंने आगे कहा कि लोगों में, खासकर युवाओं में धूम्रपान पहले तो शौक के रूप में शुरू होता है, पर यह शौक कब आदत में बदल जाता है इसका पता भी नहीं चलता। इसलिए युवाओं को आज के दिन धूम्रपान या तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने का संकल्प लेना चाहिए।

धूम्रपान करने वाला अपने आसपास के लोगों को भी पहुंचाता है नुकसान

डॉ. वल्लभ ने बताया कि जब एक व्यक्ति धूम्रपान करता है तो वह जाने-अनजाने अपने आसपास के लोगों को भी नुकसान पहुंचाता है। धूमपान से निकला धुआं दूसरों के फेफड़ों में भी पहुँच जाता है। जब कोई व्यक्ति धूम्रपान करता है तो उसे फर्स्ट हैण्ड स्मोकिंग कहते हैं, और जब किसी व्यक्ति के धूम्रपान से निकला धुआँ दूसरे व्यक्ति के शरीर में जाता है तो उसे सेकेंड हैण्ड स्मोकिंग कहते हैं। दोनों में ही शरीर को नुकसान पहुँचता है। तम्बाकू का सेवन किसी भी रूप में हानिकारक है। इसलिए सभी को इससे दूर रहना चाहिए।

धूम्रपान से व्यक्ति को हो सकती है नपुंसकता 

उन्होंने बताया कि धूम्रपान या तम्बाकू सेवन से कैंसर, दिल की बीमारी, फेफड़े की बीमारी, श्वसन तंत्र की समस्याएँ और मानसिक बीमारियाँ भी होती हैं। लम्बे समय तक धूम्रपान या किसी अन्य रूप में तम्बाकू सेवन से बहुत सी शारीरिक समस्याएँ भी पैदा होती हैं जिसमें व्यक्ति को नपुंसकता भी हो सकती है। इसके अलावा गंभीर व जानलेवा रोग भी होते हैं। उन्होंने कहा कि अपने और अपनों के स्वाथ्य के लिए हर व्यक्ति की ज़िम्मेदारी है कि वह धूम्रपान और तम्बाकू उत्पादों से दूर रहे।

नो स्मोकिंग दिवस पर आयोजनों के ज़रिए युवाओं को तम्बाकू सेवन के कुप्रभावों के प्रति किया जाएगा जागरूक 

कार्यक्रम प्रबंधक और लाजिस्टिक मैनेजर अमित कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय धूम्रपान निषेध दिवस के अवसर पर सभी जिला चिकित्सालय, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लोगों को खासकर युवाओं को तम्बाकू सेवन के कुप्रभावों के प्रति जागरूक करते हुए धूम्रपान या धुम्ररहित तम्बाकू उत्पादों का सेवन न करने के लिए प्रोत्साहित किया जायेगा। 09 मार्च को नो स्मोकिंग दिवस के रूप में मनाते हुए वेबिनार, प्रशिक्षण, शपथ ग्रहण, गोष्ठी, वाक फॉर नो टोबैको व हस्ताक्षर अभियान का आयोजन किया जायेगा ।

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