प्रयागराज में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद अब जौनपुर में उसी तरह की दुस्साहसिक वारदात को अंजाम दिया गया है। जौनपुर कोर्ट परिसर में ताबड़तोड़ फायरिंग की गई है। पुलिस कस्टडी में मौजूद दो बंदियों को गोली मार दी गई।
भीड़भाड़ वाले कचहरी परिसर में ही चार राउंड गोली चली है। मौके पर मौजूद वकीलों ने एक हमलावर को भी दबोच लिया है। हमलवारों की पिटाई कर अधमरा कर दिया है। वारदात दोपहर करीब साढ़े बारह बजे हुई। घटना की जानकारी मिलते ही सनसनी फैल गई। आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे हैं।
पिछले साल 6 मई को धर्मापुर थाना गौराबादशाहपुर में अंडे की दुकान पर पहलवान बादल यादव से कुछ लोगों की झड़प हो गई थी। इसमें सरैया निवासी मिथिलेश गिरी और सत्य प्रकाश राय निवासी कबरुद्दीनपुर गोलू ने चाकू से हमला कर पहलवान को मौत के घाट उतार दिया था। इसी मामले में मिथिलेश गिरी और सत्य प्रकाश राय आरोपी बनाये गये। तभी से दोनों जेल में बंद हैं।
मंगलवार को दोनों की जिला जज की कोर्ट में पेश किया गया। पेशी के बाद जब वह वापस बंदी लाकअप के लिए ले जाये जा रहे थे। तभी दीवानी परिसर में पहले से मौजूद बादल यादव का भाई श्रवण यादव और अंकित यादव ने दोनों बंदियों पर फायरिंग कर दी। दोनों ने चार राउण्ड गोली चलायी।
जौनपुर में कुछ दिनों पहले हुए पहलवान हत्याकांड को वारदात का कारण बताया जा रहा है। धर्मापुर में पिछले साल छह मई को पहलवान बादल यादव की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। पहलवान के हत्यारोपी दोनों बंदियों की आज पेशी थी। पहलवान के भाई श्रवण ने बदला लेने के लिए पेशी पर आए आरोपियों सत्यप्रकाश औऱ डब्बू गिरी पर चोली चलाई है। एक गोली सूर्य प्रकाश राय को पीठ पर लगी और एक गोली मिथिलेश गिरी को दाहिने हाथ की कोहनी में लगी है। पुलिस ने गोली से घायल दोनों बंदियों और लोगों की पिटाई से अधमरा हुए हमलावर को जिला अस्पताल पहुंचाया।