सिस्टर थ्रेसिया ने मई 1914 में त्रिशूर में ‘कांग्रीगेशन ऑफ द सिस्टर्स ऑफ द होली फैमिली’ की स्थापना की थी। सिस्टर थ्रेसिया का आठ जून, 1926 को 50 साल की आयु में निधन हो गया था। पोप जॉन पॉल द्वितीय ने नौ अप्रैल, 2000 को उन्हें ‘धन्य’ घोषित किया था। पीएम नरेन्द्र मोदी ने 29 सितंबर को अपने ‘मन की बात’ प्रोग्राम में सिस्टर मरियम थ्रेसिया का जिक्र किया था। सिस्टर थ्रेसिया का जिक्र करते हुए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने बोला था कि 13 अक्टूबर को पोप फ्रांसिस उन्हें संत घोषित करेंगे जो हर भारतीय के लिए गर्व की बात है।पीएम ने बोला था, ‘सिस्टर थ्रेसिया ने 50 वर्ष के अपने छोटे से जीवनकाल में ही इन्सानियत की भलाई के लिए जो काम किए, वो पूरी संसार के लिए एक मिसाल हैं। सिस्टर थ्रेसिया ने जो भी काम किया, उसे निष्ठा व लगन के साथ सारे सरेंडर भाव से पूरा किया। पीएम मोदी ने बोला था कि समाज सेवा व एजुकेशन के क्षेत्र से, उनका अद्भुत लगाव था। उन्होंने कई स्कूल, छात्रावास व अनाथालय बनवाए।
मदर टेरेसा से की जाती है तुलना
केरल के त्रिशूर जिले के पुथेनचिरा में जन्मी मरियम थ्रेसिया व मदर टेरेसा में बहुत ज्यादा समानता दिखाई देती है। सिस्टर मरियम ने होली फैमिली नाम की एक धर्मसभा की स्थापना की थी। सिस्टर मरियम को लड़कियों की एजुकेशन व उनके सशक्तीकरण के लिए हमेशा याद किया जाता रहेगा। 1914 में बनाई इस इस संस्था में अभी 2000 नन उपस्थित हैं।