लखनऊ। कार्यभार संभालते ही एक्शन मोड में आये एलडीए उपाध्यक्ष को विभाग के अधिकारी अच्छा दिखाकर अपने कारनामे छिपाने की जुगत में जुट गए हैं। कोई अपने पूर्व के विकास कार्य की जनसहभागिता दिखाकर अपनी छवि बनाने में लगा है, तो कोई नए नए उपाय और योजनाओं को बताकर अपनी ईमानदार छवि दिखाने में लगा है। विभाग में लगातार निरीक्षण और बैठकों का दौर जारी है। हद तो तब हो गयी जब अधिकारी अपना भ्रष्टाचार छिपाने के लिए बगैर किसी सूचना के अपने मनमाफिक प्रोजेक्ट का दौरा करा बैठे।
ताजा मामला जानकीपुरम विस्तार का है। लखनऊ जनकल्याण महासमिति के उपाध्यक्ष विवेक शर्मा ने बताया कि जानकीपुरम विस्तार में जनेश्वर मिश्र इन्क्लेव के अलावा सृष्टि, स्मृति और सरगम सहित सुलभ आवास भी बने हैं। लेकिन एलडीए के अधिकारी नए उपाध्यक्ष अक्षय त्रिपाठी को अपने सबसे अच्छे प्रोजेक्ट जनेश्वर इन्कलेव दिखाकर वाहवाही लूटना चाहते हैं। इसी उद्देश्य से आवंटियों को बताये बगैर आज सुबह एलडीए वीसी को जनेश्वर इन्क्लेव दिखा कर जानकीपुरम विस्तार का दौरा करा डाला। वहां के आवंटियों तक को भनक नहीं लगने दिया गया, क्योकि अधिकारियों को पता है यदि आवंटी रहेंगे तो एलडीए की सारी हकीकत वीसी के सामने आ जायेगी।
गौरतलब है जानकीपुरम विस्तार में खासकर सृष्टि, स्मृति, सरगम और सुलभ अपार्टमेंट की हालत बहुत खराब है। फायर फाइटिंग सिस्टम से लेकर वाटर हार्वेस्टिंग क्लब हाउस से लेकर उन तमाम वादों को पूरा नहीं किया गया है जो एलडीए ने आवंटित से किए थे। इतना ही नहीं बिल्डिंग स्ट्रक्चर तक सही नहीं है, जिसके कारण सिर्फ सीपेज और लीकेज की समस्या ही नहीं बल्कि नवनिर्मित भवन, जर्जर दिखता है। शायद यही कारण है कि अधिकारी एलडीए वीसी को अपने कारनामों की तस्वीर नहीं दिखाना चाहते हैं।