देश में फैली कोरोना वायरस की दहशत में शाहीन बाग का धरना अपने 94वें दिन में प्रवेश कर चूका. बैठने की जगह पर करीब 100 लकड़ी की चौकियां लग गई हैं. ऐहतियात के तौर पर बुजर्गों ने मास्क लगाया है और बच्चों को प्रदर्शन स्थल से दूर रखने को कहा गया है. ज्यादातर प्रदर्शनकारियों ने सीएम अरविंद केजरीवाल के 50 से ज्यादा लोगों के जुटने वाले आदेश को न मानने की बात कही है.
आस पास के लोगों ने बताया कि सरिता विहार से धरने वाली जगह पर आते हुए एक और नया बैरिकेड लगने से लोगों को कर आना पड़ रहा है. कोरोना के भय से बच्चों को दूर रखा जा रहा है. सुबह के वक्त शाहीन बाग में कम लोग होते हैं और शाम होते ही भीड़ बढ़ जाती है.
94 दिनों से धरने में आ रहे राकिब ने कहा कि “50 लोगों को नहीं होगा कोरोना इसकी गारंटी कौन देगा. ऐहतियात के तौर पर 2 मीटर की दूरी पर करीब 100 तख्त लगाया गया है. हर एक पर 2 महिलाएं बैठेंगी, 100 तख्त या चौकियां लगाई गई हैं.” राकिब ने सवाल पूछा कि जब दंगा हुआ तो केजरीवाल ने क्यों कोई ऑर्डर नहीं दिया. हमारे साथ जुड़े नहीं. अमित शाह से मिलने के बाद कन्हैया पर केस की अनुमति दे दी, यह आम आदमी नहीं मिनी बीजेपी है.