समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बयानी जुमला देते हुए मंगलवार को फर्जी एनकाउंटर की जांच कराने का लिए कहा है। जबकि सपा सरकार के समय विधानसभा चुनाव से पहले fake cases Gunda Act तक के मुकदमों में पीड़ितों को फंंसाकर उनकी जमीन पर कब्जा करने के मामले में खुद समाजवादी सरकार सबसे आगे रही है। जिसके जख्मों से जनता अभी तक उबर नहीं पाई है। बाराबंकी जिले के सपा विधायक सुरेश यादव का नाम पीछे नहीं है व उसके रिश्तेदार, एमएलसी राजेश यादव का नाम कई बार सपा सरकार में जमीन कब्जाने और मार पीट के मामले में उछला। लेकिन उसकी पकड़ सीधे सपा मुखिया अखिलेश यादव से होने के कारण मामला रफा दफा कर दिया जाता था। इसके साथ पीड़ितों को ही दबाया जाता था। इसका एक जीता जागता उदाहरण है कि बाराबंकी में एक मामले में राजेश यादव के खिलाफ पत्रकार ने खबर छापी थी।
- जिसके बाद बौखलाए सपा एमएलसी राजेश यादव और उसके गुर्गों ने गांधी भवन में पत्रकार पर हमला कर दिया था।
- उसे जान से मार देने की फिराक में थे।
- लेकिन स्थानीय निवासियों ने मौके पर पहुंचकर उसे बचा लिया और लोगों की भीड़ के गुस्से के बाद एमएलसी और उसके गुर्गे भाग खड़े हुए थे।
- इसके बाद मामला बढ़ता देख एमएलसी ने मामले को मैनेज करने के लिए पहल की और बात शांत हो गई थी।
fake cases Gunda Act, मामलों में अधिकारी और कर्मचारी भी नहीं थे पीछे
सपा सरकार में फर्जी मामलों को दर्ज कराने में सीधे अधिकारियों और कर्मचारियों को शामिल किया जाता था। जो कि विधायक और एमएलसी के साथ सीधे जुड़कर काली कमाई के कारनामें सहयोग देते थे। जिसकी बंदरबाट होती थी। जिसके कई उदाहरणर हैं, सपा सरकार में ही बाराबंकी जिले में एक पत्रकार की मां को अपने पति को छुड़ाने के बदले थाने में पैसे की मांग की गई थी। इसके बाद पत्रकार की मां पर पेट्रोल छिड़ककर आग के हवाले कर दिया गया था। इस घटना में मौके पर मौजूद अन्य लोगों ने उसे बचा लिया था। सपा सरकार के इशारे पर काम करने वाला बाराबंकी कोतवाली नगर एसओ रहे बीपी यादव फर्जी मुकदमों का एक्सपर्ट रहा है।
- जिसने पट्टे की जमीनों में लोगों को जबरन मुकदमें में फंसाकर अवैध निर्माण कराये हैं और तत्कालीन डीएम अजय यादव, एसआई दर्शन यादव, कांसटेबल ब्रजेश यादव व होम गार्ड कुंजबिहारी के साथ मिलकर कई लोगों पर फर्जी मुकदमें कराये थे।
- जिसमें पुत्तीलाल पुत्र प्रभू दयाल निवासी बरगदहा मजरे गदिया कोतवाली नगर बाराबंकी जो कि तत्काली सपा सरकार का फर्जी मुकदमें करवाने के लिए दाहिना हाथ माना जाता था।
काले कारनामों में बहुत आगे निकल गई थी सरकार पीछे मुड़कर देखा तो सब साफ…
सपा सरकार में न्याय न मिलने और दर्ज कराये गये फर्जी मुकदमों से जनता बेहद परेशान हो गई थी। जिसके बाद जनता ने सपा सरकार के बढ़ते काले कारनामों का इनाम देने के लिए ठान लिया था। सरकार ने भी इस पर बगैर ध्यान दिये अपने काले कारनामें में मस्त हो गई।
- जिसमें वह इतनी आगे निकल गई कि उसने पीछे मुड़कर अपनी गलती तक देखना उचित नहीं समझा।
- लेकिन जब वह पीछे मुड़ी तो पीछे का मैदान ही साफ हो गया।
- जनता ने सरकार के कारनामें का इनाम उसके ही अंदाज में दे दिया।
सपा सरकार में लेखपालों की मिलीभगत से जमकर हुआ भ्रष्टाचार
हाल ही में एमएलसी राजेश यादव पर अवैध निर्माण का महिला ने आरोप लगाते हुए एसडीएम से जांच के लिए शिकायत की थी। जिसमें मौके पर पहुंचे एसडीएम ने एमएलसी को दूसरे के गाटा संख्या में निर्माण कराते पाया था। यही नहीं मामले में एमएलसी ने जांच के बाद निर्माण बताया लेकिन असलियत में लेखपाल ने जांच की ही नहीं थी। जिससे एसडीएम ने जमकर फटकार लगाई थी। लेखपालों ने सपा सरकार में जमकर काली करतूतों को अंजाम दिया। जिसके काले कारनामें अब खुलकर सामने आ रहे हैं।