Breaking News

एक बार फिर देश को झेलनी पड़ेगी महंगाई की मार, RBI की MPC बैठक में ब्याज दरों को लेकर हुआ ये बदलाव

चार अगस्त को शुरू हुई भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की मौद्रिक नीति समिति (MPC) की बैठक आज समाप्त हो गई। कोरोना की दूसरी लहर के चलते अप्रैल और मई के दौरान देश के कई हिस्सों में लगाई गई सख्त पाबंदियों से भारतीय अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा है।

दूसरी तिमाही में महंगाई दर 5.9 फीसदी रह सकती है, तीसरी तिमाही में 5.3 और चौथी तिमाही में यह 5.8 फीसदी हो सकती है। केंद्रीय बैंक ने कहा कि वित्त वर्ष 2022-2023 की पहली तिमाही में सीपीआई 5.1 फीसदी रह सकती है।दास ने कहा कि वृद्धि के लिए पॉलिसी सपोर्ट जरूरी है। केंद्रीय बैंक का ध्यान सप्लाई और डिमांड को बेहतर करने पर है।

इस बैठक में अर्थव्यवस्था में सुधार पर चर्चा की जाती है और साथ ही ब्याज दरों का फैसला लिया जाता है। रिजर्व बैंक ने आखिरी बार 22 मई 2020 को नीतिगत दरों में संशोधन किया था।

आरबीआई ने रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं किया है। यह चार फीसदी पर बरकरार है। यानी ग्राहकों को ईएमआई या लोन की ब्याज दरों पर नई राहत नहीं मिली है।

मार्जिनल स्टैंडिंग फैसिलिटी (MSF) रेट भी 4.25 फीसदी पर स्थिर है।दास ने आगे कहा कि रिवर्स रेपो रेट को भी 3.35 फीसदी पर स्थिर रखा गया है।यह 4.25 फीसदी पर है।केंद्रीय बैंक ने मौद्रिक रुख को ‘उदार’ बनाए रखा है। उदार रुख पर छह में से पांच सदस्य सहमत थे।

 

About News Room lko

Check Also

अरुणाचल में एनएच- 313 पर भूस्खलन, दिबांग घाटी का संपर्क कटा; यातायात दुरुस्त करने की कोशिशें जारी

ईटानगर :  ईटानगर अरुणाचल प्रदेश में भूस्खलन की वजह से दिबांग वैली में हुनली और अनिनी ...