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एक स्टेशन एक उत्पाद : पायलट प्रोजेक्ट का 09 अप्रैल से मण्डल के मुरादाबाद स्टेशन पर हुआ शुभारंभ

इस स्टॉल पर पीतल की बनी कलाकृतियों का न्यूनतम मूल्य 50 रुपये तथा अधिकतम मूल्य 5000 रुपये रखा गया है। यह कलाकृतियां सामान्य मूल्य पर यात्रियों तथा आम जनता को विक्रय की जा रही है।

लखनऊ। पीतल से बनी कलाकृतियों के बिक्री के लिए, ‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ पायलट प्रोजेक्ट के तहत, बनाए गए स्टॉल का शनिवार को मुरादाबाद स्टेशन पर शुभारंभ किया गया। मुरादाबाद पीतल नगरी (ब्रास सिटी) के नाम से विश्व भर में विख्यात है। इसलिए इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत पीतल की कलाकृतियों का स्टॉल मुरादाबाद स्टेशन पर लगाया गया है।

एक स्टेशन एक उत्पाद : पायलट प्रोजेक्ट का 09 अप्रैल से मण्डल के मुरादाबाद स्टेशन पर हुआ शुभारंभ

भारतीय रेल द्वारा पूरे भारतवर्ष के 19 स्टेशनों पर पारंपरिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण तथा उनमें अधिक से अधिक रोजगार सृजन हेतु “एक स्टेशन एक उत्पाद” पायलट प्रोजेक्ट की शुरुआत का क्रियान्वन किया जा रहा है । मुरादाबाद रेलवे स्टेशन पर पीतल की कलाकृतियां को स्टाल पर सुसज्जित कर लगाने से स्टेशन पर आने वाले यात्रियों को मुरादाबाद की शिल्प कला तथा कलाकृतियों को जानने का मौका मिलेगा तथा मुरादाबाद के पीतल की कलाकृतियां का विश्व भर में प्रचार प्रसार होगा। मुरादाबाद के स्थानीय कारीगरों का विश्व भर में सम्मान बढ़ेगा तथा रोजगार का सर्जन होगा।

पीतल की कलाकृतियों को देखने और खरीदने के लिए जनता को प्लेटफार्म टिकट की ज़रूरत नहीं पड़ेगी।

इस स्टॉल पर पीतल की बनी कलाकृतियों का न्यूनतम मूल्य 50 रुपये तथा अधिकतम मूल्य 5000 रुपये रखा गया है। यह कलाकृतियां सामान्य मूल्य पर यात्रियों तथा आम जनता को विक्रय की जा रही है। इस अवसर पर मण्डल रेल प्रबंधक अजय नन्दन ने वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबंधक सुधीर सिंह, वरिष्ठ मण्डल परिचालन प्रबंधक सुधीर कुमार तथा मण्डल के अन्य अधिकारियों के साथ इस स्टॉल पर लगने वाले पीतल के उत्पादों का अवलोकन किया तथा इन उत्पादों पर बहुत सुंदर तरह से की गई नक्काशी को देखकर उसकी भूरि भूरि प्रशंसा की।

पीतल की कलाकृतियों का न्यूनतम मूल्य 50 रुपये तथा अधिकतम मूल्य 5000 रुपये रखा गया है।

मुरादाबाद स्टेशन पर लगने वाली इस स्टाल को विशेष तौर पर इस तरह से लगाया गया है, कि आम जनता भी बिना प्लेटफार्म पर जाए तथा बिना प्लेटफार्म टिकट लिए इस स्टॉल पर पहुंचकर पीतल की कलाकृतियों को देख सकती है तथा खरीदारी कर सकती है। आम जनता को इस स्टॉल पर जाने के लिए प्लेटफार्म टिकट की आवश्यकता भी नहीं पड़ेगी चूंकि यह स्टॉल प्लेटफार्म क्षेत्र से बाहर लगाया जा रहा है तथा इस स्टॉल का दूसरा रास्ता प्लेटफार्म पर यात्रियों के लिए रहेगा।

‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ पायलट प्रोजेक्ट का मुरादाबाद में यह स्टॉल दूसरे चरण में शुरू हुआ है 

स्टॉल लगाने के लिए एक विक्रेता को 15 दिन का समय दिया गया है 15 दिन बाद अन्य विक्रेता को अवसर दिया जाएगा। रेल प्रशासन ने आम जनता से भी निवेदन है, कि वह अपने शहर की पहचान पीतल की कलाकृतियां तथा स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन देने हेतु एक बार अवश्य इस स्टॉल पर आए।

‘एक स्टेशन एक उत्पाद’ पायलट प्रोजेक्ट का मुरादाबाद में यह स्टॉल दूसरे चरण में शुरू हुआ है तथा यह स्टॉल 15 दिन 09. अप्रैल से 23. अप्रैल तक रहेगा। इसके उपरांत तीसरे चरण के लिए अन्य व्यक्ति/ विक्रेता को अगले 15 दिन तक के लिए दिनांक 24. अप्रैल से स्टॉल उपलब्ध कराया जाएगा। कोई व्यक्ति/ विक्रेता 24. अप्रैल से मुरादाबाद स्टेशन पर अगले 15 दोनो के लिए पीतल की कलाकृतियों का स्टॉल लगाना चाहता है, वह वाणिज्य मण्डल वाणिज्य प्रबंधक ( कोचिंग ), मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय उत्तर रेलवे मुरादाबाद के कार्यालय में अंतिम तिथि 21. अप्रैल तक अपना प्रार्थना पत्र जमा कर सकता है।

इससे संबंधित और अधिक जानकारी के लिए भी वाणिज्य मण्डल वाणिज्य प्रबंधक ( कोचिंग )/ मण्डल रेल प्रबंधक कार्यालय /उत्तर रेलवे/ मुरादाबाद के कार्यालय में कार्यदिवस में प्रातः 10 बजे से शाम 6 बजे तक संपर्क कर सकता है। विक्रेता को 15 दिन का स्टॉल लगाने के लिए मात्र 500 रुपये का शुल्क जमा करना होगा । एक से अधिक प्रार्थना पत्र प्राप्त होने पर लॉटरी द्वारा विक्रेता का चयन किया जाएगा।

रिपोर्ट-दयाशंकर चौधरी

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