मुरादाबाद के उमरी कला और कुंदरकी नगर पंचायत में सोमवार को चुनावी जनसभाओं को संबोधित करते हुए आल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुस्लमीन के मुखिया असदउद्दीन ओवैसी ने अपनी तकरीर से सियासी पारा चढ़ा दिया।
उन्होंने कहा कि पुलिस कस्टडी में अतीक और अशरफ की गोली मार कर हत्या कर दी गई, लेकिन उनके हत्यारों के घर पर बुलडोजर नहीं चला। ओवैसी ने अतीक और अशरफ को गोली मारने वालों की संज्ञा गोडसे की नाजायज औलाद कह कर दी। इसके अलावा ओवैसी ने योगी-मोदी को लेकर एक चैलेंज भी दे डाला।
उन्होंने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि प्रयागराज की घटना पर अखिलेश नाम लेने से क्यों डरते हैं। भीड़ से मुखातिब होकर कहा कि बताइए अब भइया (अखिलेश) कहां हैं। मैं आपकी लड़ाई लड़ने आता रहूंगा।
अखिलेश सिर्फ एसी में बैठकर ट्वीट करते हैं। आह्वान किया आप लोग मजलिस के जरिये अपना नेता तैयार करो। आपकी आवाज उठाने वाली लीडरशिप होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं योगी मोदी के खिलाफ बोलता हूं और बोलता रहूंगा। आपसे पूछता हूं कि आप गूंगों का साथ क्यों देते हो। हमें भाजपा की बी टीम बताने वाले कौन सी टीम से हैं यह तो बताएं। योगी-मोदी को अखिलेश नहीं हम हराकर दिखाएंगे। ओवैसी ने कहा कि आप लोग कब तक वोट डालने वाले बनोगे, वोट लेने वाले बनें।
एआईएमआईएम के अध्यक्ष ने कहा बुलडोजर पर क्या सिर्फ असद का नाम लिखा है। पुलिस वालों की मौजूदगी में कोई गोली मार देता है और पुलिस वाले कुछ नहीं कर सके। बुलडोजर पर सिर्फ असद का नाम लिखा है।
वह नहीं चाहते हैं कि लोगों के घरों पर बुलडोजर चलें, आरोपियों को न्यायालय से सजा दिलाने के प्रयास होने चाहिए। किसी के अपराध की सजा उसके परिवार को क्यों देनी। उन्होंने कहा कि गांधी के कातिलों को भी सिर में गोली नहीं मारी गई थी। ओवैसी ने कहा कि मुसलमानों की ताकत होती तो ऐसा नहीं होता।