कश्मीर मामले में रूस ने पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को बड़ा झटका दे दिया है। इमरान खान राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन के करीब आने की कोशिश कर रहे थे। वे उम्मीद कर रहे थे कि पुतिन कश्मीर मामले में दखल देंगे.
यह रूसी संगठन कई अवॉर्ड जीतने का दावा कर चुका है और यह रूस में पूंजीवादी व्यवस्था का विकल्प तलाशने के जमीनी कार्यों में जुटा है। कई लोगों का यह भी कहना है कि इसे पुतिन सरकार का समर्थन हासिल है।
हाल ही में राष्ट्रपति पुतिन ने तालिबान को लेकर इमरान खान से कई बार फोन पर बात की है। पाकिस्तान कश्मीर मामले में तीसरे पक्ष की मध्यस्थता का मुद्दा लगातार उठा रहा है, लेकिन भारत को उसकी यह कोशिश कतई मंजूर नहीं है।
इस पर जिनपिंग ने सीधे दखल देने से परहेज करते हुए कहा कि चीन किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध करता है। दोनों संबंधित देश कश्मीर मुद्दे को ठीक से और शांति से हल करें।