- Published by- @MrAnshulGaurav
- Thursday, August 11, 2022
लखनऊ। स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 14 अगस्त के दिन को सम्पूर्ण देश में ‘विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस’ के रूप में याद किया जा रहा है। इस स्मृति दिवस के अंतर्गत उत्तर रेलवे, लखनऊ मंडल के चयनित 12 रेलवे स्टेशनों यथा–अयोध्या कैंट, प्रतापगढ़, रायबरेली, अकबरपुर, वाराणसी, लखनऊ, सुल्तानपुर, गौरीगंज, जौनपुर, भदोही, बाराबंकी तथा उन्नाव रेलवे स्टेशनों पर विभाजन-विभीषिका से सम्बंधित चित्र प्रदर्शनी का आयोजन 14 अगस्त से 15 अगस्त तक किया जाएगा।
इस आयोजित कार्यक्रम के तहत उक्त सभी नामित स्टेशनों पर चित्रों के माध्यम से विभाजन के समय रेल द्वारा लोगों के पलायन को दर्शाया गया है। प्रदर्शित चित्रों के माध्यम से वर्तमान पीढ़ी को विभाजन के दौरान आम जनमानस द्वारा झेली गयीं कठिनाइयों को स्मरण कराने हेतु यह प्रदर्शनी लगाई गयी है।
उक्त प्रदर्शनी के माध्यम से “भारत का विभाजन किसी भी विभीषिका से कम नहीं है” से जुड़े यथासंभव प्रकरणों के प्रदर्शन का प्रयास किया गया है। इस अवसर पर विभिन्न स्टेशनों पर स्वतंत्रता सेनानियों, उनके परिजनों सहित अन्य वरिष्ठ नागरिकों एवं गणमान्य व्यक्तियों को आमंत्रित किया गया है।
विभाजन की विभीषिका की त्रासदी, जनमानस का एक स्थान से दूसरे स्थान को पलायन, अपने प्रियजनों को खोने एवं उनसे बिछुड़ने की पीड़ा, निरपराध आमजन एवं बच्चों का कष्टकारी जीवन एवं अभाव तथा मूलभूत समस्याओं से जूझता इन्सान, ये अनेक बिंदु उस वीभत्स दौर की कहानी को स्वयं कहते हैं।
ये एक ऐसा दौर था जिसने कहीं न कहीं वर्षों की दासता और अनगिनत बलिदानों के उपरान्त मिलने वाली स्वतंत्रता के सुखद अहसास को प्रभावित किया तथा प्रत्येक देशवासी पर इस विभीषिका का दुष्प्रभाव देखने को मिला था।
दया शंकर चौधरी।