प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सोमवार को कोविन ग्लोबल कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए कहा कि दुनियाभर के देशों में महामारी के जान गंवाने वालों के प्रति मैं गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं. पिछले सैकड़ों वर्ष में इस तरह की महामारी देखने को नहीं मिली थी.
नेशनल हेल्थ अथॉरिटी (NHA) ने ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी है. इस वर्चुल मीट का उद्घाटन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन करेंगे. NHA का कहना है कि कनाडा, मैक्सिको, नाइजीरिया, पनामा और उगांडा सहित करीब 50 देशों ने टीकाकरण अभियान के लिए डिजिटल मंच कोविन को अपनाने में रूचि दिखाई है. भारत इन देशों के साथ इस प्लेटफार्म के ओपन सोर्स साफ्टवेयर साझा करने के लिए तैयार है.
गौरतलब है कि 5 जुलाई को हो रहे इस ग्लोबल कॉन्क्लेव में दुनिया को बताया जाएगा कि यह सिस्टम कैसे काम करता है, इसे कैसे विकसित किया गया है। साथ ही हम इसका ओपन सोर्स वर्जन किसी भी देश के साथ शेयर करने के लिए तैयार किया जाएगा। कनाडा, मेक्सिको व अन्य देशों में कोविन के तकनीक की काफी मांग की जा रही है।