प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को दिल्ली मेट्रो की ‘मजेंटा लाइन’ पर देश की पहली चालकरहित ट्रेन सेवा का वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए उद्घाटन किया। ये जनकपुरी वेस्ट-बॉटनिकल गार्डन को जोड़ती है। इसी के साथ पीएम मोदी ने एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर पूरी तरह से ऑपरेशनल नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (NCMC) सर्विस भी लॉन्च की। इस कार्यक्रम में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी शामिल हुए।
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के मुताबिक, ये इनोवेशन सफर को आसान बनाने के एक नए युग की शुरुआत करेंगे। पीएमओ के बयान में कहा गया है कि बिना ड्राइवर वाली मेट्रो ट्रेन पूरी तरह से एटोमैटिक होगी, जो किसी भी मानवीय गलती की संभावना को खत्म कर देगी।
दिल्ली मेट्रो की मजेंटा लाइन (जनकपुरी पश्चिम-बॉटनिकल गार्डेन) पर ड्राइवरलेस ट्रेन सेवा शुरू होने के बाद पिंक लाइन (मजलिस पार्क-शिव विहार) पर 2021 के मध्य में चालक रहित ट्रेन सेवा शुरू होने की उम्मीद है। मजेंटा लाइन पर जनकपुरी-बॉटेनिकल गॉर्डन कॉरिडोर पर 37 किलोमीटर के दायरे में इस सेवा की शुरुआत के साथ दिल्ली-एनसीआर के यात्री अत्याधुनिक सेवाओं का अपनी सहूलियत के लिए इस्तेमाल कर सकेंगे।
ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते हुए पीएम मोदी ने कहा कि देश में 2025 तक करीब 25 शहरों में मेट्रो चलाने का प्लान है। ड्राइवरलेस मेट्रो को हरी झंडी दिखाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज से 3 साल पहले मेजेंटा लाइन की शुरुआत हुई थी, अब इसी लाइन पर ड्राइवरलेस मेट्रो की शुरुआत हो रही है। पीएम मोदी ने कहा कि भविष्यों की जरूरतों के लिए देश काम कर रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले तक भ्रम की स्थिति बनी रहती थी, लेकिन कोई भविष्य की तैयारी नहीं थी। जिसके कारण शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर की मांग और पूर्ति में काफी अंतर आया। शहरीकरण को चुनौती ना माना जाए और अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया जाए।
पीएम मोदी ने कहा कि कुछ वक्त पहले तक भ्रम की स्थिति बनी रहती थी, लेकिन कोई भविष्य की तैयारी नहीं थी। जिसके कारण शहरी इन्फ्रास्ट्रक्चर की मांग और पूर्ति में काफी अंतर आया। शहरीकरण को चुनौती ना माना जाए और अवसर के तौर पर इस्तेमाल किया जाए।
पीएम मोदी बोले कि अटल जी के प्रयासों से दिल्ली को पहली मेट्रो मिली, जब हम सत्ता में आए तो सिर्फ 5 शहरों में मेट्रो थी अब 18 शहरों में मेट्रो थी। 2025 तक 25 से अधिक शहरों में मेट्रो ट्रेन होगी। पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे बदलावों से आम लोगों के जीवन में बदलाव का संकेत है। पीएम मोदी ने कहा कि पहले देश में मेट्रो को लेकर कोई नीति नहीं थी, लेकिन हमने इसको लेकर तेजी से काम किया और शहरों के हिसाब से काम शुरू कर दिया।
पीएम मोदी ने कहा कि देश में अलग-अलग तरह की मेट्रो लाने पर काम हो रहा है। दिल्ली-मेरठ के बीच RRTS ट्रेन बन रही है, कुछ शहरों में मेट्रो लाइट आ रही है जहां सवारी की मांग कम हैं, मेट्रो नियो का भी काम चल रहा है। पीएम मोदी ने बताया कि वॉटर मेट्रो पर भी काम हो रहा है, जहां बड़ी वाटर बॉडी हैं उन्हें इनसे जोड़ा जाएगा। कोच्चि में इसका काम तेजी से आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि मेट्रो से प्रदूषण भी कम होता है, हजारों वाहन सड़क से कम हुए हैं जो जाम और प्रदूषण का कारण बनते थे। पीएम मोदी ने कहा कि मेक इन इंडिया के कारण मेट्रो कोच की लागत कम हो गई है, सिर्फ देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी मेट्रो कोच भेजे जा रहे हैं। पीएम मोदी ने कहा कि हम ऐसे सिस्टम पर काम कर रहे हैं, जिससे ब्रेक लगाने पर ऊर्जा वापस ग्रिड में चली जाए।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि मोबिलिटी कार्ड भी लोगों के वक्त को बचाने का काम करेगा। ऐसे कार्ड से लोगों का वक्त बचेगा और उन्हें फायदा होगा। हमारी सरकार ने देश की व्यवस्थाओं का एकीकरण किया और उसके लिए काम किया। वन नेशन-वन फास्टैग, वन नेशन-वन टैक्स, वन नेशन-वन पावर ग्रिड, वन नेशन-वन गैस ग्रिड, वन नेशन-वन हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम, वन नेशन-वन राशन कार्ड, वन नेशन-वन एग्रीकल्चर मार्केट की दिशा में देश आगे बढ़ रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि दिल्ली में इलेक्ट्रिक मॉबिलिटी बढ़ाने के लिए बिक्री में टैक्स पर छूट दी गई है, अनियमित कॉलोनी को नियमित किया जा रहा है, पुरानी इमारतों को नई तकनीक से बनाया जा रहा है। दिल्ली में पुराने टूरिस्ट डेस्टिनेशन के अलावा अन्य नए स्थान बनाने पर काम चल रहे हैं। पीएम मोदी बोले कि दिल्ली में नया संसद भवन बन रहा है और नया वंदना पार्क बनाया जा रहा है।
देश की पहली ड्राइवरलेस ट्रेन दिल्ली मेट्रो के मजेंटा लाइन और पिंक लाइन पर चलाई जानी हैं। पहले चरण में ड्राइवरलेस ट्रेन मजेंटा लाइन पर जनकपुरी पश्चिम से नोएडा के बॉटनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन के बीच दौड़ेगी। उसके बाद साल 2021 में पिंक लाइन में 57 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस मेट्रो चलाने की योजना है, जो मजलिस पार्क से शिव विहार तक की दूरी तय करेगी।
इस तरह से कुल 94 किलोमीटर तक ड्राइवरलेस ट्रेनें दौड़ाने की योजना है। आम मेट्रो ट्रेन की तरह ही ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच होंगे। दिल्ली मेट्रो ने ड्राइवरलेस ट्रेन को एक बड़ी तकनीकी उपलब्धि बताया है। डीएमआरसी पिछले करीब 3 साल से ड्राइवरलेस मेट्रो ट्रेन का ट्रायल कर रहा था। दिल्ली मेट्रो ने पहली बार सितंबर 2017 को इसका ट्रायल शुरू किया था। ड्राइवरलेस ट्रेन में भी 6 कोच हैं। ड्राइवरलेस ट्रेन में 2,280 यात्री एक बार में सफर कर सकते हैं। इसमें हर कोच में 380 यात्री सवार हो सकते हैं।