लखनऊ। यूपी में भगवा रंग को लेकर राजनीति गरम है। आए दिन किसी सरकारी कार्यालय, स्कूल या महापुरुषों की प्रतिमा भगवा किए जाने को लेकर खबरे आती रहती हैं। ताजा मामला शाहजहांपुर में महात्मा गांधी की प्रतिमा को भगवा रंग में रंगने का एक मामला सामने आया है। ये मूर्ति पिछले 20 साल से सफेद रंग की थी लेकिन अचानक रातों-रात इसे भगवा रंग दिया गया।
इस राजनीति के चलते
वहीं दूसरी ओर इस राजनीति के चलते लखनऊ स्थित प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय की दीवार पहले भगवा और फिर सफेद कर दी गई। हालांकि कांग्रेस ने दावा किया वे किसी एक रंग विशेष में नहीं सभी रंगों में विश्वास रखती है। दरअसल शाहजहांपुर के बंडा थाना इलाके में घनश्यामपुर गांव की ग्राम समाज की जमीन पर 20 साल पहले महात्मा गांधी की प्रतिमा स्थापित की गई थी. गुरुवार सुबह लोगों ने जब प्रतिमा को देखा तो इसका रंग भगवा हो चुकी थी। कांग्रेस का आरोप है कि ये बीजेपी से जुड़े लोगों का काम है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस प्रदेश कार्यालय की भीतरी दीवारों पर भगवा रंग चढा दिया गया लेकिन जैसे ही कांग्रेसी नेताओं को अपनी ये गलती समझ में आई उन्होंने दीवार को दोबारा सफेद रंग से पुतवा दिया। सियासी गलियारों में इस बात की खासी चर्चा भी हो रही है।
कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर को
सूत्रों के मुताबिक, जब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजबब्बर को मामले की जानकारी हुई तो उन्होंने फिर से सफेट रंग चढ़ाने को कहा। कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय में इन दिनों रंगाई-पुताई को काम चल रहा है। जिस कारण यहां के मीडिया सेंटर की एक दीवार को भगवा रंग में रंग दिया गया। मीडिया कोर्डिनेटर राजीव बख्शी ने कहा कि उनकी पार्टी हर रंग में विश्वास रखती है और किसी विवाद में नहीं पड़ना चाहती इसलिए सफेद रंग करवा दिया गया। बीजेपी वाले तो अपना एजेंडा पूरा करने के लिए हर जगह भगवाकरण करने के प्रयास में हैं।
वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष राजबब्बर ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा को विशेष रंग देकर उनकी आत्मा को दुःख पहुंचाया जा रहा है जिस नफरत की सोच ने गांधी जी की हत्या की है वह सोच कभी भी गांधी जी के चश्मे के करीब भी नहीं पहुंच सकती है। आज कुछ लोग विशेष रंगों के जरिये गांधी जी की सोच को नुकसान पहंचाने का प्रयास कर रहे हैं, उन्हें इससे बाज आना चाहिए।